चंडीगढ़ : यूटी प्रशासन ने आज सुखना झील के तीन फ्लडगेट में से एक को 24 घंटे के भीतर दूसरी बार खोल दिया, जब इसका स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया।
जल स्तर 1163 फीट नीचे जाने के कारण फ्लडगेट को सुबह करीब 10.30 बजे खोला गया और दोपहर 3.45 बजे के आसपास बंद कर दिया गया। यह छठी बार था जब इस मानसून के मौसम में फ्लडगेट को खोला जाना था। कल दोपहर करीब 3.45 बजे फ्लडगेट खोला गया और रात करीब 10 बजे बंद कर दिया गया। इसको लेकर यूटी प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया था।
खतरे का निशान 1,163 फीट है, लेकिन आम तौर पर, जब जल स्तर 1162 फीट से ऊपर पहुंच जाता है, तो गेट खोल दिए जाते हैं।
पिछले साल अगस्त के अंत में जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया था। जल स्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद अगस्त 2020 में दो फ्लडगेट को खोलना पड़ा। इससे सुखना चो के पास स्थित जीरकपुर के निचले इलाकों में व्यापक बाढ़ आ गई थी।
इससे पहले 24 सितंबर, 2018 को सुखना कैचमेंट में लगातार बारिश ने अधिकारियों को 10 साल के अंतराल के बाद फ्लडगेट खोलने के लिए मजबूर किया था। सुखना चो झील के अतिरिक्त पानी को घग्गर नदी में ले जाती है।