राज्य सरकार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन भूमि हदबंदी अधिनियम में संशोधन विधेयक पेश करेगी, जिससे हमीरपुर के भोटा में राधा स्वामी सत्संग अस्पताल की भूमि को उसके सहयोगी संगठन को हस्तांतरित करने में सुविधा होगी। शीतकालीन सत्र 18 दिसंबर से धर्मशाला में शुरू होने वाला है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने आज अपने आवास पर संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाकर भूमि हस्तांतरण के मुद्दे पर चर्चा की और उन्हें तत्काल संशोधन विधेयक का मसौदा तैयार कर आगामी कैबिनेट बैठक में रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “हालांकि सरकार शुरू में संगठन को राहत देने के लिए अध्यादेश लाने पर विचार कर रही थी, लेकिन विधानसभा सत्र की निकटता संशोधन विधेयक को पेश करना अधिक व्यवहार्य बनाती है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राधा स्वामी सत्संग ब्यास को राहत पहुंचाने और अस्पताल को चालू रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, “सरकार अस्पताल को चालू रखना चाहती है ताकि आस-पास के निवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहें।”
सुखू ने कहा कि भोटा अस्पताल की जमीन का मामला करीब एक दशक से अनसुलझा है। भाजपा के कार्यकाल में भी 2019 में इस मामले पर चर्चा हुई थी और राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने तत्कालीन भाजपा सरकार से राहत मांगी थी।
बैठक में विधायक सुरेश कुमार और कमलेश ठाकुर, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, महाधिवक्ता अनूप रतन और विधि सचिव शरद कुमार लगवाल उपस्थित थे।