विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने आज कांग्रेस से संबद्ध समाचार पत्र नेशनल हेराल्ड को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक धन के कथित दुरुपयोग को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की आलोचना की।
ठाकुर ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दावा किया कि राज्य सरकार द्वारा नेशनल हेराल्ड और उसके सहयोगी प्रकाशनों को दिए गए दो करोड़ रुपये से अधिक के विज्ञापन स्थापित मानदंडों का उल्लंघन हैं।
ठाकुर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने राज्य में वित्तीय संकट के बावजूद नेशनल हेराल्ड को विज्ञापन देने की मंजूरी दी, जहां कथित तौर पर हिमकेयर जैसी योजनाओं के अप्रभावी कार्यान्वयन के कारण नागरिक चिकित्सा उपचार का खर्च उठाने के लिए अपनी संपत्ति बेच रहे थे। उन्होंने कहा, “जबकि हिमाचल के लोग बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं, राज्य सरकार कांग्रेस के मुखपत्र को करोड़ों रुपये उपहार में दे रही है।”
उन्होंने कहा कि विज्ञापन न केवल अत्यधिक थे बल्कि अनियमित भी थे। उन्होंने आरोप लगाया, “कुछ मामलों में, एक दिन में दो बार भुगतान किया गया। यह सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के माध्यम से डीएवीपी (विज्ञापन और दृश्य प्रचार निदेशालय) के मानदंडों का उल्लंघन करके किया गया था।”
ठाकुर ने नेशनल हेराल्ड को “कांग्रेस के भ्रष्टाचार का वाहक” बताया और नेहरू-गांधी परिवार के साथ प्रकाशन के ऐतिहासिक जुड़ाव का विवरण दिया। उन्होंने अखबार की जड़ें 1938 में बताईं, जब जवाहरलाल नेहरू ने इसकी स्थापना की थी और बाद में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित नेहरू-गांधी परिवार की पीढ़ियों ने इसका प्रबंधन किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने संदिग्ध परिस्थितियों में लगभग 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस मामले की जांच कर रहा है।
ईडी की कार्रवाई के खिलाफ देश भर में कांग्रेस द्वारा जारी विरोध प्रदर्शन पर ठाकुर ने कहा कि मंत्रियों और मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को प्रदर्शनों में भाग नहीं लेना चाहिए।