मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोकसभा में विपक्ष के नेता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की कुछ कंपनियों द्वारा बाजार पर एकाधिकार के बारे में चिंता का पुरजोर समर्थन किया है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी की विचारधारा हमेशा सभी नागरिकों को समान अवसर प्रदान करने, संसाधनों का उचित वितरण सुनिश्चित करने और देश की आर्थिक संरचना के भीतर जन कल्याण को प्राथमिकता देने में निहित रही है। राहुल गांधी ने इस गंभीर मुद्दे को साहसपूर्वक और स्पष्ट रूप से उठाया है, जो देश के हर नागरिक की चिंताओं से मेल खाता है।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रतिस्पर्धी बाजार न केवल कीमतों को नियंत्रित रखता है बल्कि उपभोक्ताओं के लिए सेवाओं और उत्पादों की गुणवत्ता में भी सुधार करता है। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार को इस संवेदनशील मुद्दे को पार्टी लाइन से ऊपर उठकर देखने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि कुछ बड़े कॉरपोरेट समूहों द्वारा बाजार पर एकाधिकार के बारे में गांधी के सवाल हर नागरिक के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण हैं। सुक्खू ने कहा, “गांधी द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ इस तरह की एकाधिकार प्रथाओं की तुलना देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने के लिए संभावित खतरनाक परिणामों को उजागर करती है।”
सुखू ने कहा, “गांधी की चिंताएं न केवल वैध हैं, बल्कि आम नागरिक के कल्याण से भी गहराई से जुड़ी हैं। केंद्र सरकार को सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए और जनहित में नीतिगत सुधारों की दिशा में आवश्यक कदम उठाने चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि राहुल गांधी केवल आपत्तियां नहीं उठा रहे हैं, बल्कि परिवर्तनकारी बदलाव की वकालत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “अगर केंद्र सरकार वाकई जनता के हित में काम करना चाहती है, तो उसे इन सुझावों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और आर्थिक असमानता को कम करने के लिए मजबूत नीतियां अपनानी चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे मुद्दों पर देशव्यापी चर्चा की आवश्यकता है ताकि लोग अपने अधिकारों और लाभों के प्रति जागरूक रहें तथा सभी के लिए समान आर्थिक सशक्तिकरण सुनिश्चित हो सके।