मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज मंडी जिले के जोगिन्द्रनगर में 110 मेगावाट शानन पावर हाउस के दौरे के दौरान कहा कि पंजाब सरकार को शानन जलविद्युत परियोजना को हिमाचल को सौंपना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने बिजलीघर का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों से इसकी जानकारी ली। सुक्खू ने बाद में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि शानन परियोजना की पट्टा अवधि समाप्त हो चुकी है, इसलिए हिमाचल सरकार को इसका कब्जा लेने का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि एक शताब्दी तक इस परियोजना को चलाने के बाद पंजाब को अब इसे हिमाचल को सौंप देना चाहिए। उन्होंने कहा कि शानन परियोजना पंजाब पुनर्गठन अधिनियम के अंतर्गत नहीं आती है और पंजाब सरकार ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शानन परियोजना की नींव एक सदी से भी पहले रखी गई थी। “मेरे दौरे का उद्देश्य बिजली परियोजना की मौजूदा स्थिति का आकलन करना है। हालांकि वर्तमान में इस परियोजना का संचालन पंजाब सरकार कर रही है, लेकिन इसका नियंत्रण हिमाचल सरकार को सौंपने के लिए बातचीत चल रही है।
सुखू ने मंडी में ऊहल पावर प्रोजेक्ट के तीसरे चरण का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि परियोजना को पूरा करने में धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस साल मार्च में परियोजना के लिए 100 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए थे। उन्होंने कहा, “इस परियोजना पर पिछले कुछ सालों से काम चल रहा है और इसकी लागत बढ़ती जा रही है। राज्य सरकार ने इस परियोजना पर काम तेज कर दिया है।”
सुखू ने ऊहल परियोजना प्रबंधकों को निर्देशित किया कि वे निर्धारित समय में कार्य पूरा करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्युत बोर्ड को अनुदान के रूप में लगभग 2200 करोड़ रुपए उपलब्ध करा रही है तथा बोर्ड को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
उहल परियोजना में दो या तीन महीने में बिजली उत्पादन की उम्मीद
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर 2024 के अंत तक या जनवरी 2025 तक सभी तकनीकी जांच पूरी कर ऊहल पावर प्रोजेक्ट में बिजली उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा
उहल परियोजना के निर्माण कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए टाटा पावर लिमिटेड को थर्ड पार्टी क्वालिटी कंट्रोल के तहत जिम्मेदारी सौंपी गई है
सुक्खू ने उहल परियोजना के लिए ‘संप्रभु गारंटी’ के रूप में अतिरिक्त 85 करोड़ रुपये की घोषणा की