चेन्नई, खुफिया ब्यूरो द्वारा रविवार को सलेम से एक कथित आईएसआईएस कार्यकर्ता को गिरफ्तार किए जाने के बाद तमिलनाडु राज्य खुफिया विभाग और पुलिस की विशिष्ट ‘क्यू’ शाखा हाई अलर्ट पर है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान आशिक के रूप में हुई है जो अपने रिश्तेदार की पायल बनाने वाली इकाई में काम करता था। इंटेलिजेंस ब्यूरो ने शनिवार सुबह उसे उठाया, उससे 10 घंटे तक पूछताछ की और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। रविवार तड़के उसे कोर्ट में पेश किया गया।
पुलिस ने दावा किया कि आशिक पिछले एक साल से आईएस के गुर्गो के संपर्क में था और संभवत: ‘लोन वुल्फ’ हमलावर बन गया होगा।
आशिक की गिरफ्तारी और समुद्र के पार से आईएस के गुर्गो के साथ उसके संपर्को का खुलासा होने के साथ राज्य की खुफिया और ‘क्यू’ शाखा ने संयुक्त रूप से राज्य में जांच तेज कर दी है।
‘क्यू’ शाखा ने पहले से ही कई संदिग्ध इस्लामी तत्वों का एक डोजियर तैयार किया है जो बाशा के अल उम्माह और अब्दुल नासिर मदनी के पीडीपी के शुरुआती दिनों से तैयार किए गए थे। राज्य की खुफिया एजेंसी राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों के साथ इन पूर्व चरमपंथी तत्वों की गतिविधियों की निगरानी कर रही है।
चूंकि 75वां स्वतंत्रता दिवस समारोह कुछ ही सप्ताह दूर है, इसलिए पुलिस ने सभी रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों और यहां तक कि हवाईअड्डों पर भी चेकिंग तेज कर दी है।
तमिलनाडु पुलिस के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि राज्य का गृह विभाग चाहता है कि राज्य का इस्तेमाल किसी भी नापाक गतिविधियों के लिए न हो और उसने पुलिस को ऐसे किसी भी तत्व के खिलाफ कार्रवाई करने की खुली छूट दे दी है।
गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन राज्य के लिए एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की वकालत कर रहे हैं और नहीं चाहते कि कोई भी अप्रिय घटना हो, जिससे राज्य की शांति भंग हो।
पुलिस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि राज्य की खुफिया एजेंसी राज्य में किसी भी आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के लिए खुफिया ब्यूरो के साथ मिलकर काम कर रही है।