प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम से मध्य प्रदेश के शिक्षक और छात्र दोनों उत्साहित हैं। शिक्षक और छात्र प्रधानमंत्री मोदी के तनाव मुक्त होकर समय प्रबंधन के संदेश को अपनाकर पढ़ाई पर जोर देने को तैयार हैं। प्रधानमंत्री मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम का मध्य प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में सीधा प्रसारण किया गया। इसमें शिक्षक और छात्र दोनों मौजूद रहे।
छात्र अभिनव का कहना है कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ ने उत्साहवर्धन किया है, हम परीक्षा के समय तनाव में रहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया है कि तनाव को कैसे कम करें और पढ़ाई में जुटें। इतना ही नहीं, अब परिजनों को भी अपनी स्थिति से अवगत कराऊंगा।
एक अन्य छात्र गौरव राजपूत का कहना है कि समय का प्रबंधन कैसे करें और नतीजा अच्छा आए, इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने हमें प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया है कि हमें तनाव नहीं लेना चाहिए और परिस्थितियों का कैसे मुकाबला करना चाहिए।
छात्र शुभम पंडित का कहना है कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि किसी तरह का तनाव नहीं लेना चाहिए, अब हम तनाव से दूर रहकर पढ़ाई करेंगे। छात्र श्याम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम से सीखा है कि समय प्रबंधन कैसे करें। अपने तनाव को कैसे कम किया जाए और अपने परिजनों को अपनी बात से कैसे अवगत कराया जाए।
शिक्षिका अंजलि भार्गव ने कहा कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम शिक्षकों के लिए काफी अहम रहा, क्योंकि पीएम मोदी ने बताया कि पढ़ाई में अच्छे बच्चे से शिक्षक बार-बार पूछते हैं, उन्हीं को प्रमोट करते हैं। जबकि शिक्षक को पूरी क्लास पर ध्यान देना चाहिए, पूरी क्लास की क्षमता पहचानना चाहिए और उसके अनुसार उन्हें मार्गदर्शन देना चाहिए, क्योंकि शिक्षक को ही समझ में आता है, कौन सा बच्चा किस क्षेत्र में अच्छा है। उसी के अनुसार बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए। समय प्रबंधन पर भी उन्होंने बहुत जोर दिया है, जो बहुत अच्छा है।
शिक्षिका रेखा द्विवेदी ने कहा कि बच्चोें को मार्गदर्शन की जरूरत होती है। प्रधानमंत्री हर साल ‘परीक्षा पे चर्चा’ करते हैं, इससे हर साल नई-नई चीजें बच्चों को मिलती हैं। कौशल विकास करना चाहिए, अपने आचरण में कैसे सुधार लाना है, इस पर भी काम करना चाहिए।