पूर्व सांसद आनंद मोहन ने बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह उन सरकारी नौकरियों का आंकड़ा दें, जो उनके पिता लालू यादव के कार्यकाल में दी गईं।
मीडिया से बात करते हुए आनंद मोहन ने कहा, तेजस्वी यादव अपने पिता के कार्यकाल का जिक्र नहीं करते हैं कि उस कार्यकाल में कितने लोगों को सरकारी नौकरी मिली थी। तेजस्वी उसी कार्यकाल का जिक्र करते हैं, जब वह नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री थे। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे और उन्हीं की वजह से लोगों को नौकरी मिली। तेजस्वी मैनेजर थे, मालिक नीतीश कुमार ही थे। नीतीश कुमार अगर राजद की तरफ चले जाते हैं तो तेजस्वी यादव के बोल बदल जाते हैं। वह उन्हें चाणक्य बताने लगते हैं। वहीं, अगर उनके साथ नहीं हैं, तो उन्हें रिटायर और थका हुआ बता रहे हैं। यह ठीक नहीं है।
नीतीश कुमार को विपक्ष बीमार बता रहा है। इस पर पूर्व सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री पूरी तरह स्वस्थ हैं और अपना काम पूरी सक्षमता से कर रहे हैं। मैंने सुना है कि भूरा बाल साफ करो वाला नारा फिर से लग रहा है। एक तरफ राजद नेता सफाई दे रहे हैं कि राजद सभी लोगों की पार्टी है और एक तरफ फिर से भूरा बाल साफ करो वाला नारा चल रहा है। ये लोग कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं।
बिहार में अचानक बढ़ी आपराधिक घटनाओं पर आनंद मोहन ने कहा कि चुनाव नजदीक है। इसी वजह से घटनाएं बढ़ी हैं। यह प्रशासन के लिए चुनौती है।
बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। राज्य में आपराधिक गतिविधियां बढ़ गई हैं। पिछले 11 दिनों में कम से कम 31 लोगों की हत्या हुई है। राजधानी पटना में भी आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं। इसे लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है।
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