कोलकाता, 16 अक्टूबर । पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के कृष्णानगर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास महिला का आधा जला हुआ और अर्धनग्न शव बरामद किया गया है, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया।
शव को देखने वाले स्थानीय लोगों ने बताया कि पीड़िता का चेहरा इतना जला हुआ था कि उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। शव को देखने के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी।
स्थानीय व्यक्ति ने मीडियाकर्मियों को बताया कि ऐसी संभावना लग रही है कि पीड़िता के साथ पहले बलात्कार किया गया और सबूत मिटाने के लिए उसके शव को जला दिया गया।
इसकी सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा, शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
नादिया जिले के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “ऐसा लगता है कि पीड़ित महिला की उम्र करीब बीस साल है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के पीछे की असली वजह साफ हो पाएगी। इससे यह भी पता चलेगा कि यह बलात्कार और हत्या का मामला है या नहीं। सबसे बड़ी समस्या पीड़िता की पहचान जानना है।”
वहीं इस घटना ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया है। कई लोगों का दावा है कि नादिया एसपी के कार्यालय के इतने करीब से शव की बरामदगी इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।
भाजपा के जिला नेतृत्व ने दावा किया है कि इस अपराध ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पश्चिम बंगाल में महिलाएं कितनी “असुरक्षित” हैं।
इस साल अगस्त में कोलकाता के आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुए जघन्य बलात्कार और हत्या को लेकर पश्चिम बंगाल में पहले से ही उबाल है।
जूनियर डॉक्टरों का एक समूह इस मुद्दे पर आमरण अनशन कर रहा है। यह आमरण अनशन 12वें दिन में प्रवेश कर गया।
इस महीने पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और हत्या का मामला सामने आया था।