N1Live National ‘देश माफ नहीं करेगा’, ‘वंदे मातरम’ पर टिप्पणी को लेकर अबू आजमी को मंत्री आशीष शेलार का जवाब
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‘देश माफ नहीं करेगा’, ‘वंदे मातरम’ पर टिप्पणी को लेकर अबू आजमी को मंत्री आशीष शेलार का जवाब

'The country will not forgive', Minister Ashish Shelar responds to Abu Azmi over his comment on 'Vande Mataram'

पूरा देश राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ मना रहा है। इसी बीच, समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख अबू आजमी ने ‘वंदे मातरम’ को लेकर अपनी टिप्पणी से विवाद खड़ा कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने अबू आजमी की टिप्पणी की निंदा की है।

समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आजमी के बयान पर मंत्री आशीष शेलार ने कहा, “राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम पूरे देश और विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों के लिए प्रेरणादायक है। इस राष्ट्रीय गीत के 150 साल पूरे होने पर देश में उत्साह है और देशभक्ति का वातावरण है।”

उन्होंने आगे कहा, “इस समय पर चंद लोग राष्ट्रीय गीत गाने से मुकर रहे हैं या इस कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं, तो मैं यही कहूंगा कि इससे गलत, दुर्भाग्यपूर्ण और अपमान की भावना रखने वाले हर व्यक्ति को भारत और भारतवासी माफ नहीं करेंगे।”

इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अबू आजमी के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। सपा नेता की टिप्पणी का विरोध करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने वहां ‘वंदे मातरम’ गीत भी गाया।

भाजपा नेता राज के. पुरोहित ने कहा, “वंदे मातरम, मातृभूमि को हमारा सलाम है। फिर उन्हें इससे क्या दिक्कत है? विधानसभा में जब ‘वंदे मातरम’ का पाठ होता है, तो वह चुप रहते हैं। वह चुप क्यों रहते हैं? वह इसका विरोध क्यों करते हैं? वह भारत की आत्मा का अपमान क्यों कर रहे हैं? इसीलिए भारतीय जनता पार्टी ने सैद्धांतिक रूप से ऐसे लोगों के सामने ‘वंदे मातरम’ का पाठ करने का फैसला किया है।”

इससे पहले, महाराष्ट्र के सपा अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ गाने से इनकार कर दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा, “मुझसे कोई वंदे मातरम नहीं बुलवा सकता है।”

विवाद के बाद अबू आजमी ने ‘एक्स’ पर वीडियो जारी किया। उन्होंने कहा, “बार-बार हमने यह कहा है कि ‘वंदे मातरम’ का हमें कोई विरोध नहीं है। जो भी उसे गाना चाहता है, वह पूरी आजादी से गा सकता है। लेकिन ‘वंदे मातरम’ में कुछ शब्द हमारी आस्था के खिलाफ हैं, इसलिए हम उसे नहीं गा सकते और ऐसा न गाने का अधिकार हमें हमारे देश के संविधान ने दिया है।”

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