भाजपा नेता और लोकसभा सांसद प्रदीप वर्मा ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पाकिस्तान के खिलाफ लिए गए कठोर फैसलों का पुरजोर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई शुरू कर दी है। ये फैसले दूरगामी प्रभाव डालने वाले हैं और पाकिस्तान को अब अपने रुख पर पुनर्विचार करना होगा।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत करते हुए सांसद प्रदीप वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई प्रारंभ की है। अब कड़े निर्णय लिए जा रहे हैं, जिनके गंभीर परिणाम पाकिस्तान को भुगतने होंगे। आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली पाकिस्तान की विचारधारा को अब पीछे हटना ही पड़ेगा, क्योंकि जब तक पाकिस्तान का समर्थन नहीं होगा, तब तक ये आतंकवादी ताकतें जीवित नहीं रह सकतीं।
उन्होंने कहा कि सरकार के इन कदमों की शुरुआत भर हुई है और आने वाले दिनों में इससे भी कठोर निर्णय देखने को मिल सकते हैं। अभी तो फैसले लिए हुए हैं। आप जल्द ही देखेंगे कि और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे। अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है, जो पाकिस्तान से बड़े व्यापार का एकमात्र प्रमुख मार्ग था।
प्रदीप वर्मा ने आगे कहा कि सिंधु जल समझौते को लेकर भी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। छह प्रमुख नदियों में से तीन पर अब तक पाकिस्तान का नियंत्रण था। लेकिन, भारत ने अब उन पर अपना अधिकार फिर से स्थापित कर लिया है। जल संसाधनों पर नियंत्रण अब हमारे हाथ में है और इसका असर पाकिस्तान पर व्यापक होगा।
क्या पाकिस्तान कमजोर होगा? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तो पहले से ही एक विफल राष्ट्र है। अब उसमें और क्या गिरावट होगी? उसे केवल अपनी आतंकवाद पोषित मानसिकता से पीछे हटना है। जब तक वह आतंकवादियों को साधन और समर्थन देता रहेगा, तब तक वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग ही रहेगा।