नूंह, 3 दिसंबर । नूंह जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए जल्दी ही दो अलग-अलग, सौ-सौ बेड के अस्पताल बनाने जा रहा है। इन अस्पतालों का निर्माण कार्य वर्ष 2025 के शुरू में ही होने की संभावनाएं हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने अस्पताल निर्माण के लिए हरी झंडी दे दी है। जिला मुख्यालय नूंह में सीएचसी परिसर में 100 बेड का एक अस्पताल बनाया जाएगा और दूसरा अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में 100 बेड की क्षमता बढ़ाकर 200 बेड की जाएगी।
नूंह के सिविल सर्जन डॉ. सर्वजीत थापर ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि अस्पताल भवन के निर्माण के लिए प्रशासनिक अनुमति मिल चुकी है। अस्पताल भवन बनने के बाद इलाके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। डॉक्टर व स्टाफ के अलावा अन्य सुविधाएं भी लोगों को बेहतर तरीके से मिल सकेंगी।
उन्होंने आगे कहा कि सीएचसी परिसर (प्रांगण) में न केवल अस्पताल भवन बनेगा, बल्कि डॉक्टरों के लिए सभी सुविधाओं से लैस आवासीय कॉलोनी का निर्माण भी किया जाएगा। नूंह शहर में बनने वाला अस्पताल 6-7 मंजिला होगा और सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।
उन्होंने बताया कि ठीक इसी तरह अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा प्रांगण के साथ लगती कई एकड़ जमीन में नया अस्पताल भवन बनाया जाएगा। उसके लिए जमीन ग्राम पंचायत मांडीखेड़ा के द्वारा उपलब्ध करा दी गई है। डॉक्टर व स्टाफ के साथ-साथ संसाधनों की कमी अक्सर यहां के लोगों को खल रही थी, लेकिन अब जल्दी ही इसमें सुधार देखने को मिलेगा।
उन्होंने बताया कि रोजाना हजारों मरीज अस्पतालों में अपना इलाज करने के लिए पहुंच रहे हैं। रजिस्ट्रेशन कराने से लेकर डॉक्टर के कमरों के बाहर मरीजों की लाइन लगी हुई है। लेकिन आज भी गंभीर बीमारियों का इलाज मेडिकल कॉलेज नल्हड़ व अस्पताल होते हुए भी इस जिले में नहीं होता। यहां के मरीजों को अक्सर दिल्ली, गुरुग्राम, अलवर आदि शहरों के लिए रेफर कर दिया जाता है। दो नए अस्पताल भवन बनने के बाद यहां के लोगों को शायद इलाज के लिए दूर दराज नहीं जाना पड़ेगा।