कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच हुई ब्रेकफास्ट मीटिंग पर भाजपा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह मीटिंग सिर्फ एक टीजर है, असली फिल्म कुछ दिनों में आएगी। बोम्मई ने तंज कसते हुए कहा, “पिक्चर अभी बाकी है।”
मंगलवार को नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में बोम्मई ने दावा किया कि कांग्रेस के भीतर की असली स्थिति कुछ दिनों में सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा, “ये दोनों नाश्ता करने में व्यस्त हैं, तो जनता और राज्य के विकास के लिए कौन काम करेगा? एक कुर्सी खींचने की कोशिश कर रहा है और दूसरा उसे पकड़े रखने की।”
कांग्रेस हाईकमान पर सवाल खड़ा करते हुए बोम्मई ने कहा, “ढाई साल बीत गए लेकिन अंदरूनी कलह खत्म नहीं हुई। हाईकमान है कहां? कौन हाईकमान है? जब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ही कह रहे हैं कि वे हाईकमान नहीं हैं, तो इस शब्द की क्या परिभाषा रह जाती है? यह तो पूरा मामला पारिवारिक हो गया है।”
नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने भी कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि राज्य के पांच बड़े शहरों में पिछले 11 महीनों में गड्ढों की वजह से 558 मौतें हुई हैं।
उन्होंने एक्स पर लिखा, “गड्ढे यमराज की तरह लोगों की जान ले रहे हैं। सड़कें बदहाल हैं, लोग रोज गुस्सा जाहिर कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ सत्ता, ब्रेकफास्ट मीटिंग और निजी हितों की चिंता है। यह बेहद शर्मनाक है।”
इससे पहले मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उपमुख्यमंत्री शिवकुमार के घर पर नाश्ता किया, जहां उन्हें इडली और नटिकोलि सारू (चिकन ग्रेवी) परोसी गई। शिवकुमार के भाई और पूर्व सांसद डीके सुरेश व कांग्रेस विधायक एचडी रंगनाथ भी मौजूद रहे।
शिवकुमार ने एक्स पर लिखा, “माननीय मुख्यमंत्री का आज मेरे घर पर स्वागत किया। हमने सुशासन और विजन के तहत राज्य के निरंतर विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।”
शिवकुमार के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धारमैया ने कहा, “हम दोनों भाई की तरह हैं और मिलकर काम करेंगे।” जब पूछा गया कि शिवकुमार कब मुख्यमंत्री बनेंगे, तो उन्होंने जवाब दिया, “जब हाईकमान फैसला करेगा, वे मुख्यमंत्री बन जाएंगे।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि आगामी 8 दिसंबर से बेलगावी में शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र की रणनीति पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव और अन्य मुद्दों का सरकार पूरी मजबूती से सामना करेगी।

