धर्मशाला के मशहूर पर्यटक स्थल इंद्रुनाग की सड़क की हालत खस्ता है। इलाके के होटल व्यवसायियों की शिकायत है कि सड़क कई जगहों पर धंस रही है और रात में इस पर यात्रा करना असुरक्षित है। इसके अलावा, इस सड़क पर कई जगहों पर गड्ढे भी हो गए हैं।
निवासियों का कहना है कि यदि सड़क का निर्माण पूरा हो जाता है तो इससे भागसूनाग और मैकलोडगंज क्षेत्रों में भीड़भाड़ कम करने में मदद मिलेगी तथा भागसूनाग तक एकतरफा यातायात मार्ग बनाने में भी मदद मिलेगी।
धर्मशाला के होटल एसोसिएशनों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से उनके हाल के कांगड़ा शीतकालीन दौरे के दौरान सड़क का निर्माण पूरा करने का अनुरोध किया था।
क्षेत्र के निवासी गौरव शर्मा ने कहा कि इंद्रुनाग पहाड़ी धर्मशाला का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटक पैराग्लाइडिंग के लिए यहां आते हैं। इंद्रुनाग की सड़क आमतौर पर क्षतिग्रस्त हो जाती है क्योंकि यह क्षेत्र सक्रिय स्लाइडिंग ज़ोन में आता है। यह आमतौर पर हर मानसून में क्षतिग्रस्त हो जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार को मानसून के दौरान फिसलन के लिए प्रवण सड़क के निर्माण के लिए भूवैज्ञानिक विशेषज्ञों से परामर्श करना चाहिए।
इंद्रुनाग रोड पर होटल चलाने वाले संजीव पठानिया ने बताया कि पिछले एक साल से सड़क क्षतिग्रस्त पड़ी है। पिछले मानसून में यह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी और कई जगहों पर धंस गई है। उन्होंने बताया कि इलाके में आने वाले पर्यटक सड़क की खराब हालत के बारे में शिकायत करते हैं।
लोक निर्माण विभाग, धर्मशाला के कार्यकारी अभियंता पंकज सूद ने बताया कि दारनू-इंद्रूनाग-भागसूनाग सड़क का निर्माण दो हिस्सों में किया जा रहा है। दारनू से इंद्रूनाग तक का हिस्सा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत बनाया जा रहा है और इंद्रूनाग से भागसूनाग तक का हिस्सा नाबार्ड के वित्तपोषण के तहत बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दोनों हिस्सों के लिए निविदाएं आवंटित कर दी गई हैं और काम शुरू हो गया है। सूत्रों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग सड़क को पूरा करने के लिए नाबार्ड से धन मिलने का इंतजार कर रहा है।