लखनऊ, 22 फरवरी । समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार के गुरुवार को पेश बजट पर कहा कि इस बजट का झोला खाली है। जनता को लग रहा है कि बजट आया ही नहीं है। जनता पूछ रही है, प्रवचन तो आ गया, लेकिन बजट कब आएगा?
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा कि यह भाजपा का ‘सेकंड लास्ट’ बजट था। एक बार फिर बजट पेश होगा और फिर नई सरकार चुनने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का बजट घोषणा पत्र से मेल नहीं खाता है। बजट को बिना विजन के पेश किया गया है। यूपी सरकार का कोई रोडमैप तय नहीं था कि किस दिशा में उत्तर प्रदेश को ले जाना है। हर बजट में सरकार यह कहती है कि यह सबसे बड़ा बजट है। लेकिन, इसका कोई मायने नहीं है, क्योंकि हर बजट पिछले बजट से ज्यादा होगा।
उन्होंने कहा कि इसे देखकर किसानों की उम्मीदों का खेत सूख गया है। महिलाओं के माथे पर घर चलाने की चिंता की लकीरें उभर आई हैं। इसमें आम जनता के लिए कुछ नहीं है। लोग कह रहे हैं कि सरकार का प्रवचन तो हो गया है, अब बजट कब आएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि बजट देखकर मंत्री और विधायक भी निराश हैं, क्योंकि इसमें उनके अपने विभाग के लिए कुछ नहीं है। आखिर उन्हें ही जनता का सामना करना है। भाजपा ने इस बजट में भी अपने संकल्प पत्र के वादे पूरे नहीं किए हैं। यह उनका नौंवा बजट है। बजट में महंगाई और बेरोजगारी को नियंत्रित करने के लिए कुछ भी नहीं है।
उन्होंने प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश होने पर कहा कि बजट बड़ा होने से कुछ नहीं होता, सवाल यह है कि इसमें युवा, किसान, बेरोजगार और महिला को क्या मिला है? कुछ लोगों पर ही भरोसा करके अपराध नियंत्रण कराया जा रहा है। अभी तक का सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार पुलिस विभाग में है। यूपी पुलिस में हर तरह का भ्रष्टाचार है। महिलाओं और अनुसूचित जाति-जनजाति के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध हो रहे हैं।