पंजाब राज्य मानवाधिकार आयोग (पीएसएचआरसी) ने आज ट्रिब्यून में प्रकाशित रिपोर्ट पर स्वतः संज्ञान लिया, जिसका शीर्षक था “मुक्तसर में डॉक्टरों की कमी से स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो रही है”।
समाचार रिपोर्ट में बताया गया कि मुक्तसर जिला अपने स्वीकृत पदों के केवल एक चौथाई के साथ काम कर रहा है, तथा गांवों में स्थिति सबसे खराब है, जहां 99 स्वीकृत पदों के मुकाबले 17 डॉक्टर कार्यरत हैं।
आयोग के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, पंजाब के निदेशक के समक्ष उठाया गया तथा उन्हें अगली सुनवाई की तारीख 7 जुलाई से एक सप्ताह पहले अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया।