जमशेदपुर (झारखंड), 2 अगस्त । असम के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के झारखंड के सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा शुक्रवार को यहां पार्टी के संगठनात्मक बैठक में शामिल हुए। उन्होंने राज्य की यूपीए सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वह नहीं जागी तो आने वाले 30 साल में राज्य घुसपैठियों के कब्जे में होगा।
सरमा ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की मौजूदगी में पत्रकारों से कहा, “झारखंड के पाकुड़ क्षेत्र समेत संथाल परगना का मैंने विगत दिनों दौरा किया। मुझे पता चला कि आदिवासियों की जमीनों को घुसपैठिए हड़प रहे हैं। झारखंड से लोग लगातार पलायन कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि पाकुड़ जिला बंगाल से सटा हुआ है। झारखंड में लगातार घुसपैठियों का प्रवेश हो रहा है जिस पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से राजनीति से ऊपर उठकर घुसपैठियों को बाहर भेजने की अपील की।
असम के मुख्यमंत्री ने कहा, “झारखंड के नेता अगर जल्दी नहीं जागते हैं, तो आगामी 30 साल के भीतर राज्य घुसपैठियों के कब्जे में होगा और यहां के मुख्यमंत्री को घुटने टेकने पड़ेंगे।”
इस साल होने वाले झारखंड विधानसभा चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि भाजपा की नियत साफ है और जनता साफ नियत वालों को ही जिताने का काम करेगी।
पूरे देश में जातीय जनगणना के मामले पर उन्होंने कहा कि जनगणना “तभी संभव है, जब राहुल गांधी अपनी जाति बताएंगे। उन्होंने अपनी जाति बताने से इनकार कर दिया है”।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में जातिगत जनगणना कराए जाने की मांग की थी। इस पर भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि जिनकी जाति का पता नहीं है, वे लोग जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं, जो किसी भी मायने में उचित नहीं है।
अनुराग ठाकुर के इस बयान पर राहुल ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता ने अपने बयान से उनका अपमान किया है, लेकिन उन्हें उनकी माफी नहीं चाहिए, “और वैसे भी मैं उनकी माफी का क्या करूंगा”।