नई दिल्ली, टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज गंवा दी और कई अनचाहे रिकॉर्ड अपने नाम किए। यह हार केवल यहीं तक सीमित नहीं रही, इसका प्रभाव टीम के मनोबल से लेकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका तक पड़ा है।
अब रोहित एंड कंपनी के सामने वानखेड़े में कीवी टीम के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच में न सिर्फ लाज बचाने की चुनौती होगी, बल्कि डब्ल्यूटीसी को ध्यान में रखकर मुकाबला भी जीतना होगा। घरेलू सरजमीं में टीम इंडिया के फ्लॉप शो ने कई सवाल खड़े किए हैं। इसके घेरे में कोच, कप्तान और अनुभवी बल्लेबाजी विराट कोहली भी हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ न तो गंभीर की कोचिंग काम आई और न ही कप्तान रोहित शर्मा की रणनीति। जबकि, विराट कोहली बल्ले से लगातार संघर्ष कर रहे हैं। जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी में भी वो पुरानी धार नजर नहीं आई। अब सवाल यह है कि जब सीनियर प्लेयर ही घुटने टेक देंगे तो अन्य खिलाड़ियों से क्या उम्मीद की जाए।
पिछले 12 साल में टीम इंडिया को अपने ही घर में पहली बार किसी टीम से टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है और अब उसके सामने एक बड़ा खतरा है। न्यूजीलैंड ने तो इतिहास बना दिया लेकिन अब टीम इंडिया क्लीन स्वीप से बचना चाहेगी। अगर, कीवी टीम वानखेड़े टेस्ट भी जीतने में सफल होगी तो यह एक बड़ा रिकॉर्ड होगा क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम का घर पर कभी भी तीन या उससे ज्यादा टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप नहीं हुआ है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक तीसरे टेस्ट से पहले टीम इंडिया मुंबई में 30 और 31 अक्टूबर को अभ्यास करेगी। ये सेशन सभी खिलाड़ियों को अटेंड करना होगा। रोहित, कोहली और बुमराह जैसे सीनियर प्लेयर्स को भी दीपावली में आराम नहीं मिलेगा। फिलहाल टीम इंडिया के सामने डब्ल्यूटीसी के समीकरण, खिलाड़ियों की फॉर्म, मजबूत प्लेइंग-11 और बेहतर रणनीति बनाने की जद्दोजहद जारी है।