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राम की भक्ति का संकल्प लेने वाले तीसरी बार सरकार में हैं : इंद्रेश कुमार

Those who have taken the pledge of devotion to Ram are in the government for the third time: Indresh Kumar

नई दिल्ली, 15 जून । मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक, मुख्य सरंक्षक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने लोकसभा चुनाव के नतीजों पर दिए गए अपने भाषण पर सफाई देते हुए कहा है कि इस समय का सत्य यही है कि भगवान राम की भक्ति का संकल्प लेने वाले तीसरी बार सरकार में हैं, विरोध करने वाले सत्ता से बाहर हैं और देश की जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है।

आईएएनएस के साथ बातचीत करते हुए संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि हर मिनट, हर घंटा, हर दिन देश तेज गति से आगे बढ़ रहा है और समय कभी ठहर कर प्रतीक्षा नहीं करता, वो सदा चलता रहता है। इस समय का सत्य यही है कि जिन्होंने राम का विरोध किया और यह कहा कि अब राम भक्त सत्ता में नहीं आएंगे, वो सारे इस समय सत्ता से बाहर हैं, इसलिए वो ख्याली पुलाव बनाकर तरह-तरह की शंका खड़े करने की कोशिश करते हैं।

इंद्रेश कुमार ने आगे कहा कि इस समय का सत्य यह है कि भगवान राम की भक्ति का संकल्प लेने वाले तीसरी बार सरकार में हैं, आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत एनडीए की सरकार है। मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार आने वाले दिनों में देश को तेज गति से आगे बढ़ाने में सक्षम है। संघ नेता ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि देश के हर नागरिक को यह भरोसा है कि उनके नेतृत्व में देश लगातार तेजी से तरक्की करेगा और वह स्वयं भी यह कामना करते हैं कि जन-जन का यह विश्वास लगातार फले-फूले।

उनके बयान को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा भाजपा और संघ पर किए गए हमले को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसी को भी कोई मायने निकालने से कोई रोक नहीं सकता। उन्हें ख्याली पुलाव बनाकर समाज के वातावरण को दूषित नहीं करना चाहिए।

बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम प्राप्त न करने पर बिना नाम लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि भगवान राम की भक्ति करने वाली पार्टी अहंकारी हो गई थी, इसलिए 241 पर सिमट गई। इस चुनाव में उनका अहंकार ध्वस्त हो गया।

उन्होंने कहा था कि इन लोगों ने भगवान राम की भक्ति तो की थी, मगर इनमें धीरे-धीरे अहंकार आ गया। आज भगवान राम ने इनके अहंकार को खत्म कर दिया है। ये लोग इस चुनाव में प्रशंसनीय परिणाम नहीं दे पाए। शायद अब इन्हें लोकतंत्र की ताकत का एहसास हो चुका होगा। हालांकि, यह राम जी की ही कृपा थी कि भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी बन सकी, लेकिन इसके बावजूद भी ये लोग राम जी कृपा को नहीं समझ पाए। शायद इसलिए जो शक्ति भाजपा को इस चुनाव में मिलनी चाहिए थी, वो राम जी ने अहंकार के कारण रोक दी।

उन्होंने कहा कि आश्चर्य है कि भगवान राम के विरोधी इस चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर पाए। बेशक नंबर एक पर नहीं आ पाए, लेकिन नंबर दो पर बेहतर प्रदर्शन के साथ अपनी जगह मजबूत करने में सफल हुए। इसलिए हम सभी को एक बात समझ लेनी चाहिए कि प्रभु का न्याय विचित्र नहीं है, बल्कि बड़ा ही सत्य है। प्रभु की लीला अपरंपार है, जिसे इंसानी दिमाग नहीं समझ सकता।

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