छत्तीसगढ़ के रायपुर में नगर निगम की लापरवाही के कारण एक बच्चे की मौत हो गई। नगर निगम ने सीवरेज के लिए गड्ढा खोदा था, इसमें तीन मासूम बच्चे गिर गए थे।
यह दुखद घटना शीतला मंदिर के पास बीती रात की बताई जा रही है। स्थानीय लोगों की सतर्कता से दो बच्चों को बचा लिया गया, लेकिन एक तीन साल के बच्चे की जान नहीं बचाई जा सकी।
जानकारी के अनुसार, शीतला मंदिर क्षेत्र में गंदे पानी की शिकायत के बाद नगर निगम ने गड्ढा खोदा था, लेकिन इसे खुला छोड़ दिया गया। इसी दौरान सड़क पर खेल रहे बच्चे इसमें गिर गए, जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई। पास से गुजर रहे एक राहगीर ने तुरंत गड्ढे में कूदकर दो अन्य बच्चों को सुरक्षित निकाला, जिससे उनकी जान बच गई।
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव ने घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “सीवरेज के लिए खोदे गए गड्ढे में तीन मासूम बच्चों का गिरना और एक की मौत बेहद दुखद है। इस मामले की गहन जांच होगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए जरूरी निर्देश जारी किए जाएंगे।”
बता दें कि नगर निगम की लापरवाही को लेकर स्थानीय लोग बहुत आक्रोशित हैं। उन्होंने नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
स्थानीय निवासियों के मुताबिक, सीवरेज लाइन डालने के लिए नगर निगम के द्वारा गड्ढा खोदा गया था, जो पाइपलाइन लीकेज की वजह से पानी से भर गया था। खलते समय बच्चे इसमें गिर गए। नगर निगम द्वारा गड्ढे को ढकने या चेतावनी बोर्ड लगाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी, जो इस घटना की मुख्य कारण बनी। इस हादसे के बाद नगर निगम की लापरवाही को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
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