कुल्लू, 21 मार्च
जल शक्ति विभाग ने पतलीकुल, कतरेन और नग्गर कस्बे में सीवरेज सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 35 करोड़ रुपये खर्च होंगे। डीपीआर सरकार को भेज दी गई है। स्वीकृति मिलने और सीवरेज सुविधा तैयार होने से करीब 3000 परिवारों को लाभ होगा।
वर्तमान में नग्गर में कई हॉस्पिटैलिटी इकाइयां कारोबार कर रही हैं। ये इकाइयां बड़ी संख्या में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इसके साथ ही पतलीकुल एवं निकटवर्ती कतरेन भी पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन शहरों की आबादी पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी है और सीवरेज बिछाने के कदम से क्षेत्र को लाभ होगा।
मनाली विधायक भुवनेश्वर गौड़ का कहना है कि मनाली और कुल्लू के बीच के छोटे शहरों में सीवरेज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
जल शक्ति विभाग के कार्यकारी अभियंता अरुण कुमार शर्मा का कहना है कि पतलीकुल, कतरेन और नग्गर में घरों को सीवरेज सुविधा से जोड़ने के लिए डीपीआर तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा गया है. स्वीकृति मिलते ही टेंडर निकालकर काम शुरू किया जाएगा।
वर्तमान में मनाली के सभी सात वार्डों में सीवरेज की सुविधा उपलब्ध है। कुल्लू शहर के रामशिला से गांधीनगर तक के घरों में सीवरेज की सुविधा है। मनाली में राज्य का पहला पर्यावरण अनुकूल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थापित करने के लिए एक अन्य प्रस्ताव पर काम चल रहा है। इससे मनाली के उपनगरों में आसपास की सात पंचायतों की 50,000 से अधिक आबादी को लाभ होगा।
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