एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, शाहाबाद में कल रात स्पार्किंग के कारण कार में आग लग जाने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य को झुलसने के कारण पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया।
मृतकों की पहचान संदीप कुमार और उनकी नाबालिग बेटियों परी और अमानत के रूप में हुई है, जबकि घायलों की पहचान सोनीपत की आरती, लक्ष्मी और सुदेश के रूप में हुई है। वे वर्तमान में चंडीगढ़ में रह रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, पीड़ित सोनीपत से चंडीगढ़ जा रहे थे, तभी शाहाबाद में मोहरी के पास रात करीब 10.40 बजे उनकी कार में आग लग गई और पीड़ित उसमें फंस गए। घटना के समय संदीप अपनी पत्नी लक्ष्मी, बेटियों परी और अमानत, भाई सुशील, सुशील की पत्नी आरती, बेटे यश और मां सुदेश के साथ यात्रा कर रहे थे।
सुशील ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि वे 26 अक्टूबर को सोनीपत आए थे और कल रात वे दिवाली मनाकर चंडीगढ़ लौट रहे थे। “जब हम मोहरी पहुँचे, तो हमने देखा कि वायरिंग में स्पार्किंग के कारण कार में धुआँ उठ रहा था और कार लॉक हो गई। धुएँ के कारण हमारा दम घुटने लगा और किसी तरह, मैंने कार का ताला खोलने में कामयाबी हासिल की। राहगीरों ने हमें मोहरी के एक अस्पताल में पहुँचाया जहाँ इलाज के दौरान मेरे भाई संदीप और उसकी बेटियों की मौत हो गई। संदीप और परी के दाहिने हाथ जल गए थे, जबकि अमानत के पेट, हाथ और दोनों हाथ जल गए थे,” उन्होंने कहा।
बयान के अनुसार, लक्ष्मी, सुदेश और आरती भी झुलस गई हैं और उन्हें गंभीर हालत में पीजीआई रेफर कर दिया गया है।
जांच अधिकारी सब-इंस्पेक्टर जसवंत सिंह ने बताया, “पोस्टमार्टम के बाद शवों को सौंप दिया गया है और सुशील का बयान दर्ज किया गया है। फिलहाल पीजीआई में तीन मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनमें से लक्ष्मी की हालत गंभीर बताई जा रही है।”
शाहाबाद थाने के एसएचओ निर्मल सिंह ने कहा, “घटना के समय कार में मृतक संदीप, उसकी पत्नी और दो बेटियां, भाई सुशील, उसकी पत्नी और एक बेटा तथा उनकी मां समेत आठ लोग यात्रा कर रहे थे।”