देवघर, 7 जुलाई । झारखंड के देवघर शहर में एक पुरानी तीन मंजिल की इमारत के ध्वस्त होने से मलबे के नीचे दबे लोगों में तीन की मौत हो गई। एनडीआरएफ और स्थानीय लोगों ने मलबे के नीचे से सात लोगों को निकाला। इनमें में चार लोगों को इलाज के लिए सदर हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है।
मृतकों में सुनील कुमार, उनकी पत्नी सोनी देवी और मनीष दत्त शामिल हैं। घायलों के नाम दिनेश बरनवाल, मुन्नी बरनवाल, सत्यम और अनुपमा देवी हैं। तीन बच्चों को सुबह ही सुरक्षित निकाल लिया गया था।
रविवार सुबह तीन मंजिला पुराना भवन अचानक भरभराकर गिर पड़ा था। इसकी जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के अफसर और गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे मौके पर पहुंचे। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ।
जिला प्रशासन ने दोपहर तीन बजे रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिए जाने की घोषणा की। डीसी, एसपी और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे मौके पर कैंप करते रहे।
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “देवघर में आज सुबह छह बजे के आसपास बमबम झा पथ पर तीन मंजिला मकान ढह गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी ने तुरंत ही टीम भिजवाया। सुबह से मैं खुद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं व स्थानीय लोगों के साथ घटनास्थल पर मौजूद हूं। घायलों के लिए देवघर एम्स में इलाज की व्यवस्था की गई है।” निशिकांत दुबे ने कहा कि स्थानीय लोगों ने काफी मदद की है। हमारी एक ही चिंता थी कि जो भी लोग फंसे हैं, वो सुरक्षित बाहर निकल जाएं।
डीसी ने कहा कि यहां कुछ कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। संभवत: मकान कमजोर रहा होगा, जिसकी वजह से ऐसी घटना हुई है। मकान क्यों गिरा, इसकी जांच करवाई जाएगी।
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