पानीपत पुलिस ने दो लोगों की गिरफ्तारी के साथ वाहन टायर चोरों के एक अंतर-जिला गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सोनीपत के बुटाना गांव के सचिन और करनाल जिले के बाला गांव के अनिल के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि जिले में पिछले दिनों टायर चोरी की कई घटनाएं सामने आई थीं। एसपी लोकेंद्र सिंह ने तीनों सीआईए टीमों को इन मामलों को जल्द से जल्द सुलझाने और इसमें शामिल आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए थे।
जांच के दौरान सीआईए-3 टीम इंचार्ज इंस्पेक्टर विजय कुमार को गिरोह के सदस्यों के बारे में सूचना मिली और मंगलवार शाम को सेक्टर 18 के देशबंधु राजकीय कॉलेज के पास से दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी किसी और वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
डीएसपी वत्स ने बताया कि जांच के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने अपनी आई-20 कार में रात के समय अपराध किया था और करीब चार महीने पहले कुरुक्षेत्र में एक कार के टायर चुराए थे।
उन्होंने आगे बताया कि आरोपियों ने टायर चोरी की नौ घटनाओं और कार चोरी की एक घटना में अपनी संलिप्तता का खुलासा किया है। इनमें से छह चोरी पानीपत में, दो कुरुक्षेत्र में, एक-एक रोहतक और हिसार में की गई।
आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने 25-30 मिनट के भीतर पहियों सहित टायर चोरी करने के बाद कार को ईंटों पर खड़ा कर दिया। डीएसपी वत्स ने बताया कि अपराध करने से पहले आरोपियों ने सेक्टरों, कॉलोनियों और गांवों में असुरक्षित जगह पर खड़ी गाड़ी की पहचान की और रात के समय अपराध को अंजाम दिया।
डीएसपी ने बताया कि आरोपियों ने सोशल मीडिया पर एक ऐप के जरिए एक पुरानी कार खरीदी और पुराने टायरों को बदलकर चोरी किए गए नए टायर लगाकर कारों को ऊंचे दामों पर बेच दिया।
दोनों आरोपियों को आज अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें आगे की जांच के लिए दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
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