नई दिल्ली, 9 अप्रैल । इन दिनों नई दिल्ली में राजनीतिक पारा अपने चरम पर पहुंचा हुआ है। दरअसल, दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस सांसदों का हाईवोल्टेज ड्रामा जारी है। मंदिर मार्ग थाने में टीएमसी के पांच सांसद बैठे हैं। सांसदों का दावा है कि उन्हें हिरासत में रखा गया है, लेकिन पुलिस इससे साफ इनकार कर रही है।
इस बीच, दिल्ली सरकार के मंत्री और आम आदमी पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज सांसदों से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
सौरभ भारद्वाज ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि पहले तो हमें टीएमसी के सांसदों से मिलने नहीं दिया जा रहा था।
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि जिस तरीके से बंगाल में और देश के अन्य भागों में रोज विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर कभी ईडी, एनआईए, आईटी के छापे डाले जा रहे हैं, इससे साफ है कि केंद्र सरकार चाहती है कि विपक्षी पार्टियों को इस चुनाव में बिल्कुल चुप करा दिया जाए।
उन्होंने कहा कि देश में आम चुनाव घोषित हो रखे हैं। आचार संहिता लगी हुई है। सारी एजेंसियां और सारा सरकारी तंत्र चुनाव आयोग के अधीन आना चाहिए। मगर, जिस तरह से बंगाल और देश के अन्य भागों में रोज विपक्षी दलों के नेताओं पर ईडी, एनआईए और इनकम टैक्स के छापे मारे जा रहे हैं, बंगाल में पुराने मामले खोले जा रहे हैं। केंद्र सरकार चाहती है कि विपक्षी दलों को चुप कराकर घर बैठा दें।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि टीएमसी के सांसद दिल्ली के थाने में बंद हैं। ये पूरी तरह से तानाशाही है। इनकी मांग है कि चार एजेंसियों ने तांडव मचा रखा है, इनके प्रमुख बदले जाएं। कनॉट प्लेस में बीजेपी ने प्रदर्शन किया। उसके लिए किससे परमिशन ली।
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