दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दिलाने के नाम पर दो लोगों पर एक महिला से 26 लाख रुपये ठगने का आरोप लगा है। जब महिला के परिवार ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने कथित तौर पर उसके भाई को जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने बताया कि उद्योग विहार थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
शिकायतकर्ता अंकुर राव ने बताया कि उनकी बहन पूजा यादव ने 2023 में डीयू में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन किया था, लेकिन 7 अक्टूबर को हुए इंटरव्यू में वह पास नहीं हो पाईं। शिकायतकर्ता ने बताया कि 15 अक्टूबर को ओमकार यादव ने अंकुर से संपर्क किया और दावा किया कि उसके डीयू के उच्च अधिकारियों से संबंध हैं। यादव ने पूजा को नौकरी दिलाने में मदद करने का वादा किया। उसने अंकुर को संदीप कुमार से मिलवाया, जिसने नौकरी दिलाने के लिए 35 लाख रुपये मांगे, हालांकि अंतिम रकम 32 लाख रुपये तय हुई।
अंकुर ने 15 लाख रुपए ट्रांसफर किए और बाकी 5 लाख रुपए इंटरव्यू का ईमेल मिलने पर देने का वादा किया। पूजा को डीयू के आधिकारिक पते से एक ईमेल मिला, जिसमें बताया गया था कि उसका इंटरव्यू 10 जनवरी, 2024 को होना है। हालांकि, जनवरी के पहले हफ्ते में संदीप ने अंकुर को बताया कि इंटरव्यू स्थगित कर दिया गया है।
29 जनवरी को पूजा को एक ईमेल मिला जिसमें सहायक प्रोफेसर के रूप में उसकी नियुक्ति की पुष्टि की गई थी। फिर उसे 19 फरवरी को अपने दस्तावेजों को सत्यापित करने के लिए बुलाया गया। हालांकि, जब उसने सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने का प्रयास किया, तो आरोपी ने उसे बताया कि सत्यापन में देरी हो गई है। 23 मार्च को एक और ईमेल में पूजा को 4 अप्रैल को अपने दस्तावेज प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। जब वह अपने भाई के साथ डीयू पहुंची, तो उन्हें पता चला कि ऐसा कोई कार्यक्रम निर्धारित नहीं है।
परिवार ने पुलिस से संपर्क किया। मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने की, जिसमें आरोप सही पाए गए। बुधवार को उद्योग विहार थाने में ओमकार यादव और संदीप कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच जारी है और आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।