नागपुर, 19 दिसंबर शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात पर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने कहा है कि उद्धव ठाकरे उसी रास्ते पर जाना चाहते हैं, जिस रास्ते पर भाजपा है
अबू आजमी ने कहा है कि जो भी मुख्यमंत्री बनता है, तो हम अपने काम को लेकर उनसे मिलने के लिए जाते हैं। हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है। लेकिन हमारी विचारधारा का फर्क है। अगर उद्धव ठाकरे राजनीतिक कारणों से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिले हैं, तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है, यह अच्छी बात है। लेकिन, मैं देख रहा हूं कि विधानसभा में उनकी सीट कम हुई है, तो वह कहने लगे हैं कि वह हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर चलेंगे। मुझे अफसोस इस बात का हुआ कि एक सेक्युलर अलायंस बनाने के बाद कहा गया है कि 6 दिसंबर को अयोध्या में बाबरी मस्जिद का जिन्होंने विध्वंस किया था उन्हें बधाई। अगर उनकी पार्टी के किसी नेता ने कहा है तो उन्हें रोकना चाहिए था, लेकिन उन्होंने नहीं रोका। इससे साफ होता है कि शिवसेना फिर उसी रास्ते पर जाना चाहती है, जिस रास्ते पर पहले थी और जिस रास्ते पर भाजपा पर है। दोनों की विचारधारा एक ही है। अब उद्धव ठाकरे क्यों मिले हैं, कुछ दिनों बाद पता चलेगा।
लखनऊ में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर समाजवादी पार्टी के शामिल न होने पर उन्होंने कहा है कि कांग्रेस से मतभेद नहीं है। लेकिन कांग्रेस सहयोग नहीं करती है। महाविकास अघाड़ी में तीन पार्टियों की बात होती है। हम छोटी पार्टी हैं, लेकिन हमारा नाम नहीं लिया जाता है। विधानसभा के चुनाव में बातचीत हुई, तो हमें बुलाया नहीं गया। कांग्रेस को यह लगता है कि हमें अकेले चुनाव में जाना चाहिए। लेकिन कांग्रेस की यह भूल है। अगर लखनऊ में कुछ हो रहा है और कांग्रेस के लीडर अगर अखिलेश यादव के पास जाते तो समाजवादी पार्टी प्रदर्शन में शामिल होती। मुझे लगता है कि समन्वय नहीं किया गया होगा, इसलिए सपा से कोई नहीं गया।
सपा नेता ने कहा, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी मेहनत कर रहे हैं। लेकिन मुझे लगता है कि राहुल गांधी के नीचे जो लोग हैं, उन्हें गुमराह कर रहे हैं।