उज्जैन/भोपाल, 8 अगस्त । मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में नागचंद्रेश्वर मंदिर ऐसा धार्मिक स्थल है जो नाग पंचमी के मौके पर एक दिन के लिए खुलता है। मंदिर के पट गुरुवार रात को 12 बजे खुलेंगे।
मंदिर में दर्शन करने वालों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसके खास इंतजाम किए गए हैं। नाग पंचमी के अवसर पर नागचंद्रेश्वर मंदिर के दर्शन का विशेष महत्व है। इस मंदिर के नाग पंचमी के अवसर पर पट खुलते हैं।
गुरुवार रात को 12 बजे पट खुलेंगे और इस मौके पर पंचायती अखाड़े के महंत विनीत गिरी महाराज, महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज सिंह पूजन और अभिषेक करें।
श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में दर्शन का सिलसिला शुक्रवार रात को 12 बजे तक चलेगा। नागचंद्रेश्वर मंदिर के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या न हो इसी को ध्यान में रखकर नागचंद्रेश्वर और महाकाल के दर्शन के लिए अलग-अलग मार्ग तय किए गए हैं।
इन मार्गों पर सुरक्षा के भी खास इंतजाम किए गए हैं। नागचंद्रेश्वर मंदिर की बात करें तो यह महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के गर्भ गृह के ऊपर स्थित ओंकारेश्वर मंदिर के शीर्ष पर स्थित है। इस मंदिर की स्थापना 11वीं शताब्दी की एक प्रतिमा स्थापित करके की गई थी।
इस प्रतिमा में नागचंद्रेश्वर सात नागों के फन से ढके हुए हैं, साथ में शिव पार्वती के दोनों वाहन नंदी और सिंह भी विराजमान हैं। मान्यता है कि दुनिया में ऐसी प्रतिमा और कहीं नहीं है। यह प्रतिमा नेपाल से उज्जैन लाई गई थी।
नाग पंचमी का पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन पूजा का मुहूर्त सुबह छह बजाकर एक मिनट से लेकर 8 बजकर 37 मिनट तक बताया गया है। जानकारों का कहना है कि नाग पंचमी पर पांच योग का संयोग बन रहा है, जो जातकों के लिए लाभकारी माना गया है।
नाग पंचमी के मौके पर राज्य के विभिन्न हिस्सों में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। शिव मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना होगी, वहीं भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। भोपाल में जेल रोड स्थित आईटी पार्क में शिव परिवार संघनाग नाग देवता की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी इस मौके पर भंडारा भी होगा।
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