मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को ‘मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना’ का शुभारंभ किया, जिसके तहत प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले राज्य के कारीगरों और शिल्पकारों को 5,000 रुपये की टॉप-अप प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
रोहतक में भगवान विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में यह घोषणा करते हुए, सैनी ने विश्वकर्मा शिक्षा समिति को 31 लाख रुपये का अनुदान देने की भी घोषणा की। इस कार्यक्रम में कृष्ण लाल पंवार, रणबीर गंगवा, अरविंद शर्मा, ओपी धनखड़, राम चंद्र जांगड़ा और मनीष ग्रोवर सहित कई मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता शामिल हुए।
सैनी ने आगे घोषणा की कि मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत 4,200 बेटियों की शादी के लिए 30 सितंबर तक 22 करोड़ रुपये जारी कर दिए जाएँगे। उन्होंने कहा, “राज्य की महिलाओं को जल्द ही 2,100 रुपये प्रति माह की राशि मिलने लगेगी।”
भगवान विश्वकर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सैनी ने कहा, “यह दिन उन मेहनती और ईमानदार कारीगरों को सम्मानित करने के लिए समर्पित है जो अपने समर्पण से देश की प्रगति को आकार दे रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि कारीगरों को औज़ारों की ऊँची लागत, बदलते डिज़ाइन, सीमित बाज़ार पहुँच और ऋण की कमी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया, “इन समस्याओं को समझते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना शुरू की, जिसके तहत 500 रुपये प्रतिदिन के वजीफे के साथ प्रशिक्षण, टूल किट, मामूली ब्याज पर ऋण और ब्रांडिंग, उत्पाद सत्यापन और ई-कॉमर्स पहुँच के लिए सहायता प्रदान की जाती है।”
मुख्यमंत्री ने राज्य सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन पर आयोजित एक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।