N1Live Haryana केंद्रीय बजट: युवाओं की आकांक्षाओं और किसानों के हितों की अनदेखी की गई: कुमारी शैलजा
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केंद्रीय बजट: युवाओं की आकांक्षाओं और किसानों के हितों की अनदेखी की गई: कुमारी शैलजा

Union Budget: Aspirations of youth and interests of farmers ignored: Kumari Shailaja

नई दिल्ली, 25 जुलाई केंद्रीय बजट को कुर्सी बचाने और जेडी(यू) तथा टीडीपी जैसे सहयोगियों को लाभ पहुंचाने की कवायद बताते हुए कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने सोमवार को केंद्र पर किसानों, युवाओं और मजदूर वर्ग को कुछ भी नहीं देने का आरोप लगाया।

लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा की शुरुआत करते हुए सिरसा से कांग्रेस सांसद ने विवादास्पद अग्निपथ योजना को तत्काल समाप्त करने की मांग की। उन्होंने केंद्र से किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और खेत मजदूरों के लिए 400 रुपये प्रतिदिन की कानूनी गारंटी सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

शैलजा ने कहा, “मैं केवल यह जानना चाहती हूं कि क्या आपने (सरकार के सदस्यों की ओर इशारा करते हुए) चुनाव परिणामों के माध्यम से राष्ट्र द्वारा आपको जो कुछ सिखाने की कोशिश की जा रही है, उससे कुछ सीखा है।”

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा अपने बजट भाषण में हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड का उल्लेख नहीं करने पर अफसोस जताते हुए शैलजा ने आश्चर्य जताया कि क्या भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इन तीनों राज्यों में चुनाव की घोषणा होने से पहले ही हार मान ली है।

उन्होंने कहा कि बजट ‘कुर्सी को बचाओ और मित्रों को बचाओ’ के बारे में है।

किसानों को दिए जाने वाले एमएसपी पर ध्यान केंद्रित करते हुए, जिसके लिए किसान एक साल से अधिक समय से विरोध कर रहे हैं, शैलजा ने कहा कि केंद्र ने एमएसपी की गणना के लिए दिए गए एमएस स्वामीनाथन फार्मूले को आसानी से भूला दिया है।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान 736 किसानों ने अपनी जान गंवा दी, लेकिन सरकार ने उनके बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।’’ शैलजा ने मनरेगा जैसी योजनाओं के संचालन तथा बजट में इसका उल्लेख न करने पर सरकार की आलोचना की।

उन्होंने कहा, “कोविड के दौरान मनरेगा एक रक्षक था, लेकिन अब आप इसे भूल गए हैं। जब हमारा समय आएगा, तो हम मजदूरों के लिए 400 रुपये प्रतिदिन की न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित करेंगे।”

बजट को जुमलों का संग्रह करार देते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने एनडीए सदस्यों नीतीश कुमार और एन चंद्रबाबू नायडू को आगाह किया कि वे अपने राज्यों के लिए बड़ा हिस्सा मिलने पर आज जश्न मना सकते हैं, लेकिन समय बदलने में ज्यादा समय नहीं लगता।

हरियाणा छूट गया रोजगार सृजन की योजनाएं सिर्फ कागजों पर हैं, हकीकत में कुछ भी नजर नहीं आ रहा है। बेरोजगारी के मामले में देश में सबसे आगे चल रहे हरियाणा को भाजपा ने बजट के रूप में निराशा, हताशा और उपेक्षा की सौगात दी है। – कुमारी शैलजा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा सांसद

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