अग्निपथ योजना के तहत सेना में अग्निवीरों की भर्ती के फैसले के खिलाफ गुरुवार को हिमाचल प्रदेश में जमकर बवाल हुआ। कई जगह युवाओं ने नेशनल हाईवे और अन्य मार्गों पर चक्का जाम किया। गुस्साए युवाओं ने कांगड़ा में पुलिस कर्मियों को ही पीट दिया। कांगड़ा के गगल, कोटला, हमीरपुर और धर्मशाला में 283 लोगों को हिरासत में लिया गया। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धर्मशाला में रोड शो से ठीक पहले युवाओं ने कांगड़ा के गगल, शाहुपर, कोटला, हमीरपुर, मंडी और सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में प्रदर्शन किया। कई जगह केंद्र सरकार मुर्दाबाद और सिरमौर के नाहन में वर्दी दो या अर्थी दो के नारे लगाए। सेना भर्ती नियमों में संशोधन से गुस्साए युवाओं ने सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज किया।
क्या है अग्निपथ स्कीम?
केंद्र सरकार ने अग्निपथ स्कीम के तहत सेना में अग्निवीरों की भर्ती का फैसला लिया है। सेना ने भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया है। पहले लिखित परीक्षा होगी, उसके बाद ग्राउंड टेस्ट होगा। छह महीने प्रशिक्षण के बाद जवानों की सेना में सेवाएं ली जाएंगी। सेना में यह जवान अग्निवीर कहलाए जाएंगे। इनकी चार साल तक सेवाएं ली जाएंगी। इसके बाद और सेवाओं के लिए इन्हें एक और भर्ती प्रक्रिया से गुजरना होगा। साल में कुल 40 से 50 हजार भर्तियों में से 25 फीसदी अग्निवीरों का सेना में नियमित सेवाओं के लिए चयन किया जाएगा। अग्निपथ स्कीम में अग्निवीरों की भर्ती के लिए आयु सीमा साढ़े 17 से 21 साल निर्धारित की गई है। इसमें 10वीं और 12वीं कक्षा पास युवा और युवतियां भाग ले सकेंगे। आईटीआई और तकनीकी संस्थाओं से प्रशिक्षण प्राप्त युवक भी इसमें भाग ले सकेंगे। लेकिन युवा अब इसके विरोध में सड़कों पर आ गए हैं।
पठानकोट-मंडी हाईवे जाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धर्मशाला में रोड शो से करीब तीन घंटे पहले युवाओं ने गगल में पठानकोट-मंडी हाईवे जाम कर प्रधानमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पांच घंटे तक हंगामा चलता रहा। गुस्साए 20 युवाओं ने धर्मशाला में पीएम मोदी के रोड शो स्थल पर पहुंचने की कोशिश की। उन्हें पुलिस प्रशासन ने कचहरी चौक पर रोक लिया। उन्हें एक तरफ बिठा कर उनके सामान की तलाशी ली गई। बाद में इन युवाओं को हिरासत में लेकर पुलिस थाना धर्मशाला ले जाया गया।