उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने आज कपूरथला के ऐतिहासिक सैनिक विद्यालय के जीर्णोद्धार का आह्वान किया, जो नैनीताल के 125 साल पुराने राजभवन के हाल ही में किए गए जीर्णोद्धार की तर्ज पर किया जाना चाहिए। विद्यालय के पूर्व छात्र सिंह ने 62वें वार्षिक दिवस समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि वे इस ऐतिहासिक इमारत के जीर्णोद्धार और रखरखाव का मुद्दा पंजाब के राज्यपाल, मुख्यमंत्री भगवंत मान और केंद्रीय रक्षा मंत्री के समक्ष उठाएंगे।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमके कटियार ने भी अवसंरचनात्मक उन्नयन के प्रति प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। यह विद्यालय एक शताब्दी से अधिक पुराने जगतजीत महल में स्थित है, जिसका निर्माण कपूरथला के महाराजा जगतजीत सिंह ने फ्रांसीसी वास्तुकला के प्रति अपनी पसंद के चिरस्थायी प्रमाण के रूप में करवाया था।
‘अधिक छात्रों को एनडीए तक पहुंचना चाहिए’ स्कूल की प्रधानाध्यापिका, ग्रुप कैप्टन मधु सेंगर द्वारा वार्षिक रिपोर्ट पढ़ने के बाद, उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा, “मैंने देखा कि पिछले तीन वर्षों में केवल 20 छात्र ही राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में प्रवेश पा सके। यह उचित नहीं है। मेरा दिल कहता है कि यह संख्या 120 होनी चाहिए। हर साल 40 छात्रों का चयन होना चाहिए। आखिरकार, यही तो सैनिक विद्यालयों का मुख्य उद्देश्य है। ऐसा कोई दूसरा पेशा नहीं है जो इतना गौरव प्रदान करता हो।”

