नई दिल्ली, 7 अगस्त। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तराखंड में राष्ट्रीय राजमार्गों पर हो रहे भूस्खलन के मुद्दे पर मंगलवार को नई दिल्ली में एक अहम बैठक की। इस बैठक में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, कई सांसद और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में उत्तराखंड में राष्ट्रीय राजमार्गों पर हो रहे भूस्खलन के कारणों और समाधानों पर विस्तार से चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उत्तराखंड में राष्ट्रीय राजमार्गों की सुरक्षा और इसके संरक्षण के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तराखंड में राष्ट्रीय राजमार्गों पर हो रहे भूस्खलन के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई इलाके आपदा से प्रभावित हैं। भूस्खलन, नदियों के उफान पर होने और सड़कें ध्वस्त होने के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सरकार के निर्देश पर राहत-बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं।
सीएम धामी ने भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। सरकार लोगों से अपील कर रही है कि वह सुरक्षित स्थानों पर रहें और सरकार के निर्देशों का पालन करें। मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हवाई निरीक्षण किया। इसके बाद सीएम ने आपदा की वजह से क्षतिग्रस्त मार्गों और पुलों को ठीक करने हेतु किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी ली। सीएम ने दावा किया कि सरकार जल्द से जल्द केदारनाथ यात्रा मार्ग को फिर से संचालित करने के लिए तेजी से काम कर रही है।
बता दें, आपदा की वजह से केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसको देखते हुए सरकार ने यात्रा रोक दी है। हालांकि, सरकार लगातार यह दावा कर रही है कि केदारनाथ यात्रा जल्द से जल्द पूर्व की भांति संचालित की जाएगी, सरकार इसके लिए काम कर रही है।
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