जैव विविधता संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए, राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (एनएमपीबी) के तहत उत्तर क्षेत्र-1 (आरसीएफसीएनआर-1) के क्षेत्रीय सह सुविधा केंद्र ने सरकारी वल्लभ कॉलेज, मंडी के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। बुधवार को आरसीएफसीएनआर-1, जोगिंदर नगर में आयोजित एक औपचारिक समारोह में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
डॉ. तारा देवी सेन ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह में कॉलेज का प्रतिनिधित्व किया।
इस कार्यक्रम में यूएचएफ के भूतपूर्व डीन (बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय) कमल शर्मा, करण जामवाल और उज्ज्वल दीप शर्मा भी मौजूद थे। उन्होंने इस सहयोगात्मक प्रयास को अपना समर्थन दिया। आरसीएफसीएनआर-1 के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अरुण चंदन ने साझेदारी के बारे में अपनी आशा व्यक्त की और डॉ. तारा देवी सेन के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा, “डॉ. सेन जैव विविधता संरक्षण के क्षेत्र में पहले से ही असाधारण काम कर रहे हैं। इस समझौता ज्ञापन के साथ, हम अब औषधीय पौधों के संरक्षण और खेती के माध्यम से आजीविका को बढ़ावा देने के लिए समुदायों, महिला समूहों और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को मजबूत करने पर अधिक जोर दे सकते हैं।”
इस सहयोग से छात्रों, शोधकर्ताओं और स्थानीय समुदाय के लिए नए अवसर पैदा होने की उम्मीद है।