एक संयुक्त समिति ने आज पर्यावरण अनुपालन, खनन खनिज के स्टॉक और अन्य मापदंडों की जांच के लिए यमुनानगर जिले में स्टोन क्रशरों का सत्यापन शुरू कर दिया। यह सत्यापन सुखदीप सिंह बनाम हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं अन्य मामले में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) द्वारा 24 दिसंबर को पारित आदेश के अनुपालन में किया जा रहा है।
रिपोर्ट 15 फरवरी से पहले एनजीटी को सौंपी जाएगी। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचएसपीसीबी), यमुनानगर के क्षेत्रीय अधिकारी वीरेंद्र सिंह पुनिया ने बताया कि संयुक्त समिति में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), एचएसपीसीबी और राजस्व, वन तथा खान एवं भूविज्ञान विभाग के अधिकारी शामिल थे।
पुनिया ने कहा, “खनन विभाग कच्चे माल/कच्चे खनन खनिज की खरीद के स्रोतों के संबंध में 191 पत्थर क्रशिंग इकाइयों का सत्यापन करेगा।” उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बुधवार को संयुक्त कमेटी के विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
बैठक में डीसी ने समिति के सदस्यों को निर्धारित अवधि में सत्यापन कार्य पूरा कर एनजीटी को रिपोर्ट भेजने को कहा। निर्देशों के अनुसार, राजस्व और वन विभाग अधिसूचित क्षेत्र से बाहर स्थित 160 क्रशिंग इकाइयों का भौतिक स्थल सत्यापन करेंगे और एचएसपीसीबी कार्यालय को एक नई सीमांकन रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
सत्यापन हरियाणा राज्य अधिसूचना दिनांक 11 मई, 2016 की अनुसूची-I के अनुसार किया जाना था। एचएसपीसीबी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पर्यावरण दिशानिर्देश 2023 और 11 मई, 2016 की अधिसूचना के अनुसार पर्यावरण मानदंडों के संबंध में क्रशिंग इकाइयों का सत्यापन करेगा।
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