कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने सोमवार को डायनेमिक रिसर्च इकोसिस्टम फॉर एडवांस्ड मैटेरियल्स (ड्रीम्स) परियोजना की अनुसंधान टीम को 10.5 करोड़ रुपये के एएनआरएफ-पीएआईआर अनुदान के लिए स्वीकृति पत्र सौंपा।
पत्र सौंपते हुए, सचदेवा ने टीम को बधाई दी और इस उपलब्धि को केयू की शोध यात्रा में एक मील का पत्थर बताया। सचदेवा ने कहा, “यह परियोजना राष्ट्रीय शोध पारिस्थितिकी तंत्र में विश्वविद्यालय की स्थिति को ऊँचा उठाएगी और विकसित भारत के विज़न में सार्थक योगदान देगी।”
केयू के रजिस्ट्रार डॉ. वीरेंद्र पाल ने भी इस उपलब्धि के लिए टीम को शुभकामनाएं दीं। उप निदेशक जनसंपर्क डॉ. जिम्मी शर्मा ने बताया कि इस परियोजना का नेतृत्व भौतिकी विभाग की प्रोफेसर सुमन महेंदिया, प्रोफेसर संजीव अग्रवाल और अन्य लोग कर रहे हैं।
प्रोफ़ेसर सुमन महेंदिया ने कुलपति महोदय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नवरात्रि के पहले दिन स्वीकृति पत्र प्राप्त करना इस क्षण को विशेष रूप से महत्वपूर्ण बनाता है। उन्होंने कहा, “यह मान्यता परियोजना के उद्देश्यों को पूर्ण समर्पण के साथ प्राप्त करने के हमारे संकल्प को और मज़बूत करती है।”
ड्रीम्स परियोजना से उत्तर भारत में बहुविषयक अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा मिलने तथा उन्नत सामग्रियों में नवाचार में तेजी आने की उम्मीद है, जिससे वैज्ञानिक अनुसंधान में केयू की बढ़ती प्रमुखता को बल मिलेगा।
प्रोफ़ेसर संजीव अग्रवाल ने कहा कि अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान प्रतिष्ठान (एएनआरएफ) के एएनआरएफ-पीएआईआर (त्वरित नवाचार एवं अनुसंधान हेतु साझेदारी) कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदान किया गया यह अनुदान, केयू को आईआईटी-रोपड़ (हब संस्थान) के मार्गदर्शन में एक स्पोक संस्थान के रूप में स्थापित करता है। इस परियोजना का उद्देश्य उन्नत सामग्रियों में अत्याधुनिक अनुसंधान को आगे बढ़ाना है, जिसमें सामाजिक लाभ के लिए ऊर्जा समाधान और अपशिष्ट प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा