कुरुक्षेत्र, 27 जुलाई कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयू) के कुलपति सोमनाथ सचदेवा ने धरोहर हरियाणा संग्रहालय, केयू में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उनकी शहादत सभी के लिए प्रेरणा है और यह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
कुलपति ने कहा कि सैनिकों का अदम्य साहस उन्हें देश की रक्षा के लिए विपरीत और विषम परिस्थितियों में भी अडिग रहने में मदद करता है। कारगिल विजय दिवस वीरों के बलिदानों की याद दिलाता है और उनके धैर्य का उत्सव है, जो सभी में राष्ट्रीय गौरव और कृतज्ञता की भावना पैदा करता है।
कुलपति ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के पूर्व छात्र शहीद मेजर संदीप सांखला को श्रद्धांजलि अर्पित की। जम्मू-कश्मीर में उनकी बहादुरी के लिए उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था। वीर चक्र से सम्मानित शहीद द्वितीय लेफ्टिनेंट राजेंद्र सिंह नागर और समाज कार्य विभाग के पूर्व छात्र शहीद कैप्टन जिंटू गोगोई को भी श्रद्धांजलि दी गई। कैप्टन गोगोई 17 गढ़वाल राइफल्स के अधिकारी थे और उन्हें 1999 में कारगिल युद्ध में ऑपरेशन के दौरान उनके साहस और बहादुरी के लिए मरणोपरांत भारत के तीसरे सबसे बड़े युद्धकालीन सैन्य सम्मान वीर चक्र से सम्मानित किया गया था।