कोलकाता, 10 मई । पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में एक स्थानीय भाजपा नेता गंगाधर कयाल ने शुक्रवार को कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने दावा किया कि उनसे जुड़ा एक फर्जी स्टिंग-ऑपरेशन का वीडियो प्रसारित किया जा रहा है।
गंगाधर कयाल ने कहा, “वीडियो में उन्हें यह दावा करते हुए देखा और सुना गया कि स्थानीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं ने कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ महिलाओं द्वारा किया गया विरोध प्रदर्शन भाजपा ने आयोजित किया था।”
न्यायमूर्ति जय सेनगुप्ता की एकल-न्यायाधीश पीठ ने याचिका स्वीकार कर ली है। इस मामले की सुनवाई लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के अगले दिन 14 मई को होने की संभावना है।
वीडियो 4 मई को सामने आया था। संदेशखाली में भाजपा के मंडल अध्यक्ष कयाल ने सीबीआई से संपर्क किया और दावा किया कि वीडियो में उनकी आवाज का मॉड्यूलेशन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के उपयोग के माध्यम से किया गया था।
पर्यवेक्षकों का मानना है कि अब जब मामला कलकत्ता हाईकोर्ट तक पहुंच गया है, तो वीडियो की प्रामाणिकता पर भ्रम जल्द ही सुलझने की संभावना है।
ज्ञात हो कि कि संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के एक वर्ग द्वारा यौन उत्पीड़न, अवैध जमीन पर कब्जा और जबरन वसूली की शिकायतों के मामले की जांच पहले से ही सीबीआई कर रही है।