October 11, 2024
Himachal

दिल्ली सीमा पर वांगचुक की नजरबंदी की निंदा

हिमाचल प्रदेश के भूमि अधिग्रहण प्रभावित फोरम ने दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर जाने-माने पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक और उनके लद्दाखी साथियों को हिरासत में लिए जाने की निंदा की है और उनकी बिना शर्त रिहाई की मांग की है। यह निंदा पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के नेतृत्व में लद्दाख से दिल्ली तक मार्च कर रहे लगभग 150 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने के बाद की गई है।

मंच के समन्वयक जोगिंदर वालिया ने कहा कि लद्दाखी निवासियों, जिनका उद्देश्य पर्यावरण संबंधी मुद्दों और उनके समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था, को दिल्ली पुलिस ने 30 सितंबर की देर रात हिरासत में ले लिया। उन्हें अलग-अलग पुलिस थानों में रखा गया, जिसकी पूरे क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने तीखी आलोचना की।

मंच के अध्यक्ष बी.आर. कौंडल ने पुलिस कार्रवाई पर चिंता व्यक्त की, विशेषकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के संदर्भ में।

भूमि अधिग्रहण प्रभावित फोरम ने हिरासत में लिए गए लोगों की तत्काल रिहाई की मांग दोहराई। कौंडल ने कहा कि सरकार की कार्रवाई असहमति को दबाने और अपनी भूमि तथा संसाधनों के लिए आवाज उठाने वाले नागरिकों के अधिकारों को कम करने की एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति को दर्शाती है। फोरम ने नागरिकों से अपने अधिकारों के लिए लड़ने वालों के समर्थन में एकजुट होने का आग्रह किया है।

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