शिमला, 16 अगस्त राज्य की राजधानी में पार्किंग की समस्या के समाधान के लिए शिमला नगर निगम सभी 34 वार्डों में स्टील संरचना पार्किंग स्लॉट का निर्माण करेगा।
स्टील संरचना वाले पार्किंग स्लॉट में कम संख्या में वाहनों को पार्क करने की क्षमता होगी और इनका निर्माण निगम द्वारा चिन्हित उपयुक्त स्थानों पर किया जाएगा।
शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह की अध्यक्षता में हाल ही में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। शिमला नगर निगम के मेयर सुरेन्द्र चौहान और पार्षदों ने मंत्री को शहर में पर्याप्त पार्किंग स्थल की कमी के कारण लोगों को हो रही समस्याओं से अवगत कराया।
मंत्री ने नगर निगम को शहर भर में स्टील स्ट्रक्चर पार्किंग स्थल के निर्माण के संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा नगर निगम ने शहर में अन्य पार्किंग स्थलों के निर्माण के लिए मंत्री से धन की मांग की। महापौर ने कहा कि निगम पार्किंग स्थलों के निर्माण के लिए राज्य सरकार से बजट की मांग कर रहा है। चौहान ने कहा, “पार्किंग स्थलों के निर्माण के लिए लगभग 75% बजट राज्य सरकार द्वारा दिया जाएगा और नगर निगम 25% का योगदान देगा।”
उन्होंने कहा कि स्टील स्ट्रक्चर पार्किंग स्लॉट की उपलब्धता और अन्य पार्किंग स्थलों के निर्माण से पर्यटकों और निवासियों को अपने वाहनों के लिए पार्किंग ढूंढने में समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
नगर निगम के अनुसार, शहर में करीब 20,000 वाहनों के लिए पार्किंग की जगह है, जिसमें येलो लाइन पार्किंग भी शामिल है। अपर्याप्त पार्किंग स्थान के कारण, लोगों के पास अपने वाहन सड़क किनारे पार्क करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, जिससे भीड़भाड़ और ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा होती है। गर्मियों और सर्दियों में पर्यटन के चरम मौसम के दौरान स्थिति और भी खराब हो जाती है।