पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के हारवुड पॉइंट कोस्टल थाना क्षेत्र के अंतर्गत उत्तर चंदननगर में बुधवार को उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जब एक स्थानीय मंदिर के भीतर काली माता की मूर्ति खंडित मिली। इस घटना से स्थानीय निवासियों में भारी आक्रोश फैल गया और उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने मूर्ति खंडित करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है।
काली माता की मूर्ति खंडित होने की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग आक्रोशित होकर सड़कों पर उतर आए और राष्ट्रीय राजमार्ग-117 को जाम कर दिया। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने खंडित मूर्ति को सड़क के बीचों-बीच रखकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बाधित हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचे।
एनएच-117 के जाम होने से कई एम्बुलेंस सहित आवश्यक सेवा वाहन भी जाम में फंसे रहे। देखते ही देखते एनएच पर लंबा जाम लग गया।
पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को बार-बार हाइवे से हटाने के लिए कहा, लेकिन भीड़ ने उन पर पथराव कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग कर भीड़ को हटाया और खंडित मूर्ति को अपने कब्जे में लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
सुंदरबन के पुलिस अधीक्षक कोटेश्वर राव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हारवुड पॉइंट कोस्टल पुलिस ने तोड़फोड़ के सिलसिले में त्वरित कार्रवाई करते हुए उसी इलाके के निवासी नारायण हलदर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी हलदर ने स्वीकार किया कि उसने अत्यधिक शराब के नशे में मूर्ति को खंडित किया था। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस घटना में और लोग शामिल थे या नहीं। इसके लिए सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस घटना का कोई राजनीतिक संबंध नहीं है। एसपी कोटेश्वर राव ने जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर गलत जानकारी या अफवाहें न फैलाएं, क्योंकि कुछ लोग निजी लाभ के लिए इस मुद्दे का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।
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