मनाली के मॉल रोड पर विशालकाय तिरंगे के मस्तूल के नीचे सड़क किनारे दुकानदारों ने अस्थायी दुकानें लगा रखी हैं। मनाली नगर परिषद ने गोम्पा रोड और वन विहार जैसे इलाकों में अवैध अतिक्रमणों पर भी आंखें मूंद ली हैं। चूंकि अधिकारी अवैध अतिक्रमणों के प्रति बेपरवाह हैं, इसलिए मनाली के कई इलाकों में ये दुकानें बेरोकटोक फल-फूल रही हैं। प्रवीण, मनाली
जिया गांव को पारला भुंतर से जोड़ने वाला पैदल पुल पिछले साल जुलाई में आई बाढ़ में बह गया था। पुल को बहाल करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए हैं। गांव वालों को बाजार तक पहुंचने के लिए 2 किलोमीटर से अधिक की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। स्कूली बच्चों को भी स्कूल पहुंचने में काफी असुविधा होती है। इस पुल का इस्तेमाल स्थानीय देवताओं के जुलूसों द्वारा जिया में पवित्र पार्वती-ब्यास संगम स्थल तक पहुंचने के लिए भी किया जाता है। जल्द से जल्द एक मोटरेबल बेली ब्रिज का निर्माण किया जाना चाहिए। संजीव, जिया (भुंतर)
शिमला में मुख्यमंत्री के आवास के पास आवारा कुत्तों का झुंड घूमता हुआ देखा जा सकता है। कई बच्चे अपने स्कूल जाने के लिए सड़क के इस हिस्से का इस्तेमाल करते हैं। इतने सारे कुत्तों के इधर-उधर घूमने से बच्चे डर जाते हैं। साथ ही, इस हिस्से से गुज़रते समय बुज़ुर्गों को भी अपनी सुरक्षा का ख़तरा रहता है। नगर निगम को इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए और उचित कार्रवाई करनी चाहिए। रजनी, छोटा शिमला
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