नई दिल्ली, 9 अक्टूबर । हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत हुई है। भाजपा हरियाणा में पहली ऐसी पार्टी बन गई, जिसकी प्रदेश में लगातार तीसरी बार सरकार बनने जा रही है।
भाजपा की इस जीत ने सभी को हैरान भी किया है। क्योंकि, सुबह 9 बजे तक जहां कांग्रेस 50 से ज्यादा सीटों पर आगे चल रही थी। लेकिन 10 बजे के बाद वह भाजपा से पिछड़ती चली गई और वापसी नहीं कर पाई। चुनाव में मिली हार को स्वीकार करने के बजाय कांग्रेस ने ईवीएम और चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए।
बुधवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, कांग्रेस जब-जब चुनाव हारती है तो वह ईवीएम और चुनाव आयोग को दोषी ठहराती है। उन्होंने कहा, हरियाणा में कल के घोषित परिणाम यह संकेत देते हैं कि कांग्रेस आने वाले दिनों में कोई भी चुनाव नहीं जीत पाएगी। क्योंकि, उन्हें परिणाम के दौरान यह भ्रम हो गया था कि कांग्रेस जीत रही है, जबकि ऐसा नहीं था। चुनाव में भाजपा ने बढ़त बनाई थी और जीत हासिल की।
हरियाणा के चुनाव परिणाम आने के बाद इंडिया गठबंधन में फूट पड़ने लगी है। इस पर जब भाजपा प्रवक्ता ने कहा, कांग्रेस की हार का एहसास सबसे पहले कांग्रेस की सहयोगी आम आदमी पार्टी को हुआ। इसने हरियाणा में सभी सीटों पर अपनी जमानत जब्त करा दी है और अब वह कांग्रेस को आंख दिखा रही है। शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता भी मांग करने लगे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए।
शाहनवाज हुसैन ने कहा, लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस को अहंकार हो गया था। राहुल गांधी विदेश में जाकर भारत की बदनामी कर रहे थे। वह लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान कर रहे थे। हरियाणा की जनता ने कांग्रेस पार्टी को बता दिया है कि आप अपनी कमियों से हारे हैं और जब हारते हैं तो ईवीएम और चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हैं।
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