N1Live Entertainment जब रामानंद सागर की ‘रामायण’ की वजह से राजीव गांधी ने कैंसिल कर दी थी रैली, पता था नहीं आएगा कोई
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जब रामानंद सागर की ‘रामायण’ की वजह से राजीव गांधी ने कैंसिल कर दी थी रैली, पता था नहीं आएगा कोई

When Rajiv Gandhi cancelled a rally because of Ramanand Sagar's 'Ramayana', knowing no one would attend.

भारतीय टेलीविजन के चर्चित टीवी शो ‘रामायण’ ने उसके लेखक, निर्माता और निर्देशक रामानंद सागर को अमर कर दिया है। वे भले ही दुनिया को अलविदा कह चुके हैं, लेकिन जब-जब रामायण का जिक्र होता है, तब-तब उन्हें याद किया जाता है।

आज रामानंद सागर की बर्थ एनिवर्सरी है। इस मौके पर ‘रामायण’ में लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी ने उन्हें याद किया है।

सुनील लहरी ने रामानंद सागर को याद कर एक वीडियो पोस्ट की है जिसमें वे निर्माता को स्वयं भगवान का अवतार बता रहे हैं। उनका मानना है कि निर्माता पर भगवान की विशेष कृपा थी, तभी तमाम मुश्किलों के बाद भी रामायण को पूरा किया जा सका। उन्होंने कैप्शन में लिखा, इस सदी के रामायण रचयिता स्वर्गीय श्री रामानंद सागर जी का स्मरण उनके जन्मदिवस पर।

‘रामायण’ के बनने से लेकर टीवी पर टेलीकास्ट होने तक कई ऐसी बातें हैं जो किसी को भी हैरान कर सकती हैं। टेलीकास्ट के बाद रामायण का क्रेज लोगों के सिर चढ़कर बोला था। उस वक्त टीवी हर किसी के घर में नहीं होती थी, लेकिन फिर भी लोग किसी एक के घर में तय समय पर बैठकर प्रभु श्री राम की लीलाओं का दर्शन करने के लिए आते थे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रामायण के प्रभाव से पूर्व प्रधानमंत्री और नेता भी अछूते नहीं रहे?

रामायण की वजह से ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को अपनी रैली कैंसिल करनी पड़ गई थी, क्योंकि वे जानते थे कि रविवार को 9 बजे कोई रैली में शामिल नहीं होगा। उस समय रविवार सुबह 9 बजे रामायण का प्रसारण होता था। रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने बताया था कि रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी की रैली यूपी में होनी थी, लेकिन जब उन्हें पता चला कि रैली का समय सुबह 9 बजे है, तो उन्होंने रैली कैंसिल कर दी।

इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के रामपुर रेलवे स्टेशन पर ‘रामायण’ की वजह से हर रविवार को ट्रेन लेट होती थी। रेलवे अधिकारियों को संदेह हुआ कि हर रविवार को सुबह 9 बजे ही ट्रेन लेट क्यों होती है और पता लगाने पर सामने आया कि रेलवे के ही वेटिंग रूम में लोग टीवी पर रामायण देखते थे। रामायण को देखने के लिए टीवी भी रेलवे स्टाफ ने मिलजुलकर खरीदा था।

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