जम्मू, 6 दिसंबर । जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने गुरुवार को आईएएनएस से बात करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा, जम्मू कश्मीर में शेख अब्दुल्ला की जयंती के अवसर पर छुट्टी बहाल करने और जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर अपनी राय रखी।
बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों, खासकर हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे हमलों को लेकर सुरिंदर कुमार चौधरी ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में आम नागरिकों के साथ नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए। हर व्यक्ति को जीने का अधिकार है, चाहे वह हिंदुस्तान का हो या बांग्लादेश का। यह सरकार का कर्तव्य है कि वह नागरिकों की हिफाजत करे। उन्होंने बांगलादेश सरकार से आग्रह किया कि वह वहां हो रही हिंसा और नागरिकों पर हो रहे अत्याचारों पर कड़ी कार्रवाई करे। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी नागरिक बिना वजह परेशान न हो।
जम्मू-कश्मीर में शेख अब्दुल्ला की जयंती पर छुट्टी के बारे में उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोचते हैं कि छुट्टियां रद्द करने से कुछ बदल जाएगा। नाम को मिटाने से कुछ नहीं होगा, अगर बदलाव लाना है, तो बेरोजगार बच्चों के लिए रोजगार की बात कीजिए। जम्मू-कश्मीर की तामीर और तरक्की की बात कीजिए।
चौधरी ने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों ने राज्य में भ्रष्टाचार और खराब स्थिति को बढ़ावा दिया, लेकिन उनकी सरकार अब बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अब हम जम्मू-कश्मीर के विकास की दिशा में काम कर रहे हैं और शेख अब्दुल्ला की जयंती पर छुट्टी भी बहाल करेंगे।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष दर्जा जरूरी है। हमें हमारी पहचान और राज्य के अधिकारों की सुरक्षा चाहिए। हम इसे लेकर कोई समझौता नहीं करेंगे। हमारी सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि राज्य में पानी, बिजली, स्कूल और रोजगार की सुविधाएं सभी को मिलें। पिछले छह साल में जो सरकार रही है, उसने राज्य के लिए कुछ नहीं किया। अब हम बदलाव लाएंगे और जम्मू-कश्मीर का समग्र विकास करेंगे।
Leave feedback about this