नई दिल्ली, राजधानी में एक 30 वर्षीय महिला को रेलवे में नौकरी दिलाने के बहाने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की ट्रेन लाइटिंग हट में ले जाकर चार रेलवे कर्मचारियों द्वारा यौन उत्पीड़न किया गया। पुलिस ने कहा कि उन्हें घटना के संबंध में शुक्रवार को फोन आया था। दिल्ली पुलिस के रेलवे डीसीपी हरेंद्र के सिंह ने कहा कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, सभी आरोपी बिजली विभाग में रेलवे कर्मचारी हैं।
आरोपियों की पहचान सतीश कुमार, विनोद कुमार, मंगल चंद मीणा और जगदीश चंद के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया, “कॉल पहले पीएस ओडीआरएस पर दोपहर लगभग 2:27 बजे आई थी। वहां के कर्मचारियों ने कॉलर की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। दिए गए मोबाइल नंबर पर उससे संपर्क करने पर पता चला कि वह प्लेटफॉर्म नंबर 8-9 पर खड़ी है। पुलिस ने बताया कि एसएचओ तुरंत स्टाफ के साथ 8-9 प्लेटफॉर्म पर पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़िता से मुलाकात की।
पीड़िता ने बताया कि वह पिछले एक साल से अपने पति से अलग है और तलाक मांग रही है। करीब 2 साल पहले वह एक कॉमन फ्रेंड के जरिए सतीश के संपर्क में आई थी। उसने उससे कहा कि वह एक रेलवे कर्मचारी है और उसके लिए नौकरी की व्यवस्था कर सकता है। दोनों फोन पर बात करते रहे। 21 जुलाई को उसने अपने बेटे के जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने के लिए उससे अपने घर आने के लिए कहा। वह रात करीब साढ़े दस बजे मेट्रो से कीर्ति नगर आई। जहां से आरोपी उसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पीएफ 8-9 ले आए। उसने उसे बिजली के रखरखाव कर्मचारियों के लिए बने एक झोपड़ी में बैठने के लिए कहा।
पुलिस ने कहा, “फिर वह और उसका दोस्त कमरे के अंदर आए और उसे अंदर से बंद कर दिया और एक के बाद एक उसका यौन उत्पीड़न किया। उसके दो साथियों ने कमरे के बाहर पहरा दिया।”
पीड़िता को पास के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया। उसकी मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत साथ सामेहिक दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कर चारों को गिरफ्तार कर लिया है।