खानपुर कलां स्थित भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय (बीपीएसएमवी) में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन न मिलने से नाराज सदस्यों ने मंगलवार को सर्व कर्मचारी संघ के संयुक्त बैनर तले विश्वविद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर सांकेतिक धरना दिया। काले कपड़े और काले बैज पहनकर प्रदर्शन कर रहे सदस्यों ने कहा कि उन्हें अभी तक जुलाई, अगस्त और सितंबर का वेतन नहीं मिला है, जबकि अक्टूबर भी खत्म होने वाला है और अब चार महीने का वेतन लंबित रहेगा।
प्रदर्शनकारी सदस्यों ने कहा कि वेतन भुगतान में देरी के कारण रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, दशहरा, करवाचौथ और दिवाली समेत सभी त्योहारों का रंग फीका पड़ गया है। नियमित, तदर्थ और संविदा पर कार्यरत शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों समेत लगभग 560 कर्मचारियों को वेतन न मिलने के कारण इस साल दिवाली ‘काली दिवाली’ के रूप में मनानी पड़ी।
वेतन न मिलने से वे गंभीर आर्थिक संकट में फंस गए हैं, जिससे उनके लिए बच्चों की फीस, ईएमआई और मेडिकल बिल आदि जैसे आवश्यक खर्चों को पूरा करना मुश्किल हो गया है। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है कि वेतन रोका गया हो, बल्कि एक साल से अधिक समय से विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के साथ ऐसा ही हो रहा है।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने बताया कि उनके लंबित वेतन के मुद्दे पर कुलपति प्रोफेसर सुदेश के साथ बैठक हुई थी और कुलपति ने उन्हें आश्वासन दिया था कि 10 दिनों के भीतर वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा।
विभिन्न कर्मचारी संगठनों के प्रदर्शनकारी सदस्यों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि 10 दिनों के भीतर बकाया वेतन जारी नहीं किया गया और भविष्य में नियमित भुगतान सुनिश्चित नहीं किया गया, तो वे ‘पेन डाउन’ हड़ताल पर जाने और विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगे। सदस्यों ने चेतावनी दी कि इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन और हरियाणा सरकार जिम्मेदार होगी।

