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महिला एशिया कप : सुपर-4 में चुनौती के लिए तैयार भारतीय हॉकी टीम

Women's Asia Cup: Indian hockey team ready for challenge in Super-4

 

नई दिल्ली, भारतीय महिला हॉकी टीम हांगझोउ में जारी महिला एशिया कप 2025 के सुपर-4 चरण में अपने अपराजेय अभियान को जारी रखना चाहेगी। इस अहम दौर में भारत को मेजबान चीन, मौजूदा चैंपियन जापान और साउथ कोरिया जैसी मजबूत टीमों से चुनौती मिलेगी।

भारत ने पूल-बी के तीन मैचों से सात अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है। भारतीय टीम ने अपने अभियान की शुरुआत थाईलैंड पर 11-0 की बड़ी जीत से की थी, जिसके बाद जापान के खिलाफ रोमांचक 2-2 से ड्रॉ खेलने के बाद सिंगापुर को 12-0 से रौंदकर पूल चरण का शानदार समापन किया।

 

फॉरवर्ड नवनीत कौर और मुमताज खान इस वक्त शानदार फॉर्म में हैं। दोनों खिलाड़ी पूल चरण में पांच-पांच गोल दाग चुकी हैं। फैंस को उम्मीद है कि नवनीत और मुमताज आगामी मुकाबलों में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम को फाइनल तक पहुंचाएंगी।

 

सुपर-4 चरण में प्रत्येक टीम एक-दूसरे के खिलाफ एक-एक मैच खेलेगी, जिसमें भारत, चीन, जापान और साउथ कोरिया की टीमें शामिल हैं। शीर्ष दो टीमें फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी, जबकि अन्य दो टीमें तीसरे और चौथे स्थान के लिए मैच खेलेंगी।

 

भारत अपने सुपर-4 अभियान की शुरुआत 10 सितंबर को साउथ कोरिया के खिलाफ करेगा, जिसके बाद उसे 11 सितंबर को चीन और 13 सितंबर को जापान से भिड़ना है।

 

भारत ने शानदार लय के साथ सुपर-4 में प्रवेश किया है। दूसरी ओर, कोरिया को अपने पूल चरण में दो जीत और एक हार का सामना करना पड़ा है।

 

अपने पिछले पांच मुकाबलों में, भारत ने तीन जीत के साथ बढ़त बनाए रखी है। साउथ कोरिया ने एक जीत हासिल की, और एक मैच ड्रॉ रहा। ऐसे में भारतीय टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त मिलती नजर आती है।

 

भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह ने कहा, “टीम ने टूर्नामेंट में जिस तरह से शुरुआत की है, उससे हम खुश हैं। खिलाड़ियों ने अच्छा इरादा दिखाया। अनुशासन बनाए रखा है और आक्रामक मौकों का पूरा फायदा उठाया। पूल चरण ने हमें लय बनाने और विभिन्न खेल शैलियों के खिलाफ खुद को परखने का एक अच्छा मंच दिया। हालांकि, सुपर-4 चरण एक अलग चुनौती होगी, क्योंकि हमें कोरिया, चीन और जापान जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वियों का सामना करना होगा। हम जानते हैं कि इस चरण में गलती की बहुत कम गुंजाइश है, इसलिए निरंतरता और संयम महत्वपूर्ण होगा।”

 

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