मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को राज्य पुलिस से ईमानदारी और लगन से काम करने को कहा और आगाह किया कि लालची व्यक्ति की भूख तब भी नहीं मिट सकती, जब वह “नकदी से भरे बैग” इकट्ठा करता रहे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार अस्वीकार्य है, लेकिन कुछ लोग भूल जाते हैं कि उन्हें अपने कर्मों की कीमत चुकानी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने यह बात राजीव गांधी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में राज्य पुलिस के लिए छह दिवसीय अन्वेषक पाठ्यक्रम के शुभारंभ के दौरान कही।
निलंबित रोपड़ रेंज के डीआईजी एचएस भुल्लर, जिन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था, का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक या दो काले भेड़ हमेशा पूरे बल को बदनाम करते हैं।] उन्होंने कहा, “जो लोग पैसा कमाने में व्यस्त हैं, वे भूल जाते हैं कि उन्हें अपने कर्मों की कीमत अवश्य चुकानी पड़ेगी, क्योंकि भ्रष्टाचार अस्वीकार्य है।”
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया द्वारा भुल्लर की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब सरकार पर कटाक्ष करने के कुछ दिनों बाद आई है। कटारिया ने कहा था कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि व्यापक प्रशासनिक व्यवस्था होने के बावजूद सरकार भ्रष्टाचार का पता लगाने में असमर्थ रही।
उन्होंने कहा था कि डीआईजी की गिरफ्तारी और उसके बाद उनसे नकदी और कीमती सामान की बरामदगी आत्मनिरीक्षण की मांग करती है। इस अवसर पर मंत्री बलबीर सिंह और कुलपति जय शंकर सिंह उपस्थित थे।

