हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा है कि राज्य सरकार हरियाणा के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए चिकित्सा शिक्षा के बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य सभी मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं का विस्तार करना है और हर सरकारी मेडिकल कॉलेज में एक क्रिटिकल केयर ब्लॉक स्थापित करने की दिशा में काम करना है। साथ ही, मेडिकल कॉलेजों में विशेष ट्रॉमा केयर डिलीवरी सेंटर विकसित किए जाएंगे, ताकि रेफरल कम हो सकें।स्वास्थ्य मंत्री आज यहां चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।
आरती सिंह राव ने अधिकारियों को रोगी देखभाल के लिए मानकीकृत संचालन प्रक्रिया तैयार करने के निर्देश दिए ताकि रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों, अन्य स्टाफ और अस्पताल से जुड़ी सेवाओं के रखरखाव के लिए मैनपावर की कमी को धीरे-धीरे पूरा किया जाएगा। इस दिशा में सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं।
सरकार ने हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएं।
पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, करनाल का सिविल कार्य पूरा हुआ
बैठक में बताया गया कि करनाल जिले के कुटैल में पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का सिविल कार्य 144 एकड़ क्षेत्र में पूरा हो चुका है।
चिकित्सा उपकरणों सहित अन्य कार्य अंतिम चरण में हैं और जल्द ही यह सुविधा जनता को समर्पित कर दी जाएगी। इस विश्वविद्यालय में 750 बिस्तरों वाला एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल होगा, जहाँ तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
इसके अलावा पंडित नेकी राम शर्मा राजकीय मेडिकल कॉलेज, भिवानी और महर्षि च्यवन राजकीय मेडिकल कॉलेज, कोरियावास, नारनौल का काम भी 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इन कॉलेजों में एमबीबीएस की 150-150 सीटें हैं।
इनके अलावा कई अन्य कॉलेज भी पाइपलाइन में हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिए कि सभी मेडिकल कॉलेजों का काम तेजी से किया जाए, ताकि जनता को इन परियोजनाओं का लाभ जल्द मिल सके।
6 जिलों में बन रहे नर्सिंग कॉलेज
बैठक में बताया गया कि छह जिलों में लगभग 264 करोड़ रुपये की लागत से नर्सिंग कॉलेज बनाए जा रहे हैं।